खूबसूरत और लंबे बालों के लिए करवा रही हैं हेयर स्ट्रेटनिंग, तो जाने ये बातें

लड़का हो या लड़की इन दिनों हर कोई खूबसूरत और घने बालों की चाहत रखता है। खासकर लड़कियां अक्सर लंबे घने और खूबसूरत बालों की इच्छा रखती है। ऐसे में अपनी इस चाहत को पूरा करने के लिए ज्यादातर लड़कियां हेयर स्ट्रेटनिंग का सहारा लेती है। हालांकि इस ट्रीटमेंट से पहले कुछ बातों को जानना बेहद जरूरी है।

लहराते हुए सीधे सुलझे बाल किसे पसंद नहीं है। अक्सर बेजान या घुंघराले बाल वाली लड़कियों का शौक होता है कि वे अपने बाल सीधे करवा कर अपनी पर्सनेलिटी में बदलाव लाएं, लेकिन स्ट्रेटनिंग करवाने से पहले कई प्रकार की दुविधाएं और शंका मन में घर कर लेती हैं। कहीं इससे बाल झड़ने न लगें, बाल हमेशा के लिए खराब न हो जाएं, बालों का पोषण नष्ट न हो जाए, जैसे सवाल मन में आते हैं।

अगर आप भी स्ट्रेटनिंग कराने का विचार बना रही हैं और आपके मन में भी यह सवाल उठ रहे हैं, तो आइए यहां आपको विस्तार से बताते हैं हेयर स्ट्रेटनिंग से जुड़ी सभी बातें-

क्या है हेयर स्ट्रेटनिंग?
हेयर स्ट्रेटनिंग एक केमिकल प्रक्रिया है, जिसमें हीट और केमिकल की मदद से रूखे बेजान या फिर घुंघराले बालों को एकदम सीधा और सिल्की कर दिया जाता है। यह मुख्यतः दो तरीके से किया जाता है- टेंपररी और परमानेंट।

टेंपररी हेयर स्ट्रेटनिंग- इसमें ऐसे केमिकल का प्रयोग किया जाता है, जो मात्र एक हेयर वॉश तक टिके रहते हैं। इसे किसी पार्टी या फंक्शन में लड़कियां करवाती हैं। यह सस्ता भी होता है और कम समय में ही पूरा हो जाता है।
परमानेंट हेयर स्ट्रेटनिंग- यह एक लंबी प्रक्रिया है। इसमें 5 से 6 घंटे का समय लग सकता है। इसमें इस्तेमाल किए जाने वाले केमिकल लंबे समय तक टिके रहते हैं, जिसकी वजह से ये थोड़े महंगे भी होते हैं। परमानेंट हेयर स्ट्रेटनिंग भी तीन प्रकार के होते हैं- केराटिन ट्रीटमेंट, जैपनीज ट्रीटमेंट, हेयर रिबॉन्डिंग।
हेयर स्ट्रेटनिंग के बाद रखें इन बातों का ध्यान
एक स्ट्रैंड टेस्ट करवाएं, जिसमें बालों की केमिकल के प्रति प्रतिक्रिया को चेक करते हैं। इससे कोई रिएक्शन हो तो पहले ही उसका पता चल जाए।
किसी अच्छे और अनुभवी हेयर स्टाइलिस्ट से हेयर स्ट्रेटनिंग कराएं, जो आपके बालों में सही प्रोडक्ट लगाए और आपके बालों के साथ खिलवाड़ न करे।
हेयर स्ट्रेटनिंग के बाद बालों हेयर स्टाइलिस्ट के सभी निर्देशों का पालन करें।
अपना शैम्पू बदलें।
जिस दिन हेयर स्ट्रेटनिंग कराई है, उस दिन एहतियात बरतें। बालों को खुला रखें। ऊपर उठा के क्लच न करें।
स्ट्रेटनिंग के बाद पहला शैम्पू हेयर स्टाइलिस्ट से ही करवाएं।
प्रतिदिन हेयर वाश न करें।
शैम्पू के बाद घर पर ही हेयर स्पा करें।
सल्फेट युक्त शैम्पू का उपयोग न करें।

यह भी जानें-
अगर आप खास तौर से बालों का ख्याल रख सकें, तो परमानेंट हेयर स्ट्रेटनिंग आपके लिए उपयुक्त है, क्योंकि इसे करवाने के बाद लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए। प्राकृतिक बालों में और केमिकल ट्रीटमेंट वाले बालों की क्वालिटी में फर्क तो जरूर होता ,है इसलिए जब आप मानसिक रूप से तैयार हों और बखूबी आप अपने बालों का ख्याल रख सकें तभी ऐसा निर्णय लें। नियम से हेयर स्पा और शैम्पू करने के साथ अगर आप बालों का पूर्ण रूप से ख्याल रखने को तैयार हैं, तो हेयर स्ट्रेटनिंग बुरा विकल्प नहीं है।

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