ड्रग मामले की सुनवाई कर रहे न्यायाधीश को मिला डेटोनेटर के साथ पार्सल और धमकी भरा खत, ये है मांग
बंगलूरू। कर्नाटक में फिल्मी दुनिया से जुड़े शख्सियतों का आज नाम काफी खराब हो रहा है। इसका एक मात्र कारण है। मादक पदार्थ का सेवन करना, इस मामले में सुनवाई कर रहे एक एनडीपीएस विशेष न्यायाधीश को सामवार को धमकी भरा खत और डेटोनेटर के साथ एक पार्सल मिला। इस चिट्ठी में उनसे दो फिल्मी अभिनेत्रियों की जमानत पर रिहा करने की मांग की गई है। इसके साथ ही पत्र में बंगलूरू में 11 अगस्त को हिंसा के मामले के कुछ आरोपियों को जमानत देने की भी मांग की गई है।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने नाम जाहिर नहीं होने की शर्त पर पीटीआई से कहा, “हमने जांच शुरू कर दी है।” पुलिस के शीर्षस्थ सूत्रों के अनुसार तुमकुरु जिला मुख्यालय से भेजा गया एक पार्सल और ड्रग मामले में सुनवाई कर रहे विशेष न्यायाधीश को संबोधित एक पत्र अदालत के बाहर मिला है। इस मामले में फिल्म अभिनेत्री रागिनी द्विवेदी और संजना गलरानी समेत कुछ बड़े लोगों के नाम आरोपी के तौर पर आए हैं।
सूत्रों ने बताया कि जब अदालत कर्मियों ने पत्र को खोला तो उन्हें संदिग्ध वस्तु नजर आई और उन्होंने पुलिस को सूचित किया। पुलिस के बम निरोधक दस्ते ने पुष्टि की कि इसमें डेटोनेटर है।
गौरतलब है कि कर्नाटक में ड्रग्स सेवन और इसकी आपूर्ति के बड़े रैकेट का खुलासा हुआ है। इससे पहले सोमवार को राजस्व खुफिया निदेशालय ने केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से हाल ही में 13.2 किलोग्राम मादक पदार्थ जब्त किया है, जिसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में 13 करोड़ रुपये से ज्यादा है।
डीआरआई बंगलूरू के मुताबिक, फोटो फ्रेम, फोटो एलबम, चूड़ियों और निजी इस्तेमाल की अन्य चीजों में ड्रग्स छुपाकर कुरियर के जरिए केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे भेजा गया था।
निदेशालय ने कहा कि यह पार्सल चेन्नई से ऑस्ट्रेलिया जाना था। यह सिंगापुर तक पहुंच भी गया था, लेकिन कुछ सूचना मिलने से इसे वापस मंगवाया गया। जांच के दौरान यह बात सामने आई कि मादक पदार्थ को फोटो एलबम और फोटो फ्रेम में छुपा कर रखा गया था। निदेशालय ने कहा कि इस मादक पदार्थ का उपयोग मेटाम्फेटामाइन जैसे नशीले पदार्थों के निर्माण में होता है।