AIIMS आग मामले में ज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज हुई FIR, बताया जा रहा है…
देश के प्रमुख चिकित्सा संस्थान ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (AIIMS) में शनिवार को लगी आग से हर कोई हैरान है. इतने महत्वपूर्ण संस्थान में आग कैसे लगी, इसको लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं. इस मामले की जांच कर रही फॉरेंसिक टीम रविवार को पुलिस को अपनी रिपोर्ट देगी. इस बीच एम्स प्रशासन ने अज्ञात लोगों के खिलाफ एआईआर दर्ज कराई है.
गौरतलब है कि शनिवार शाम करीब 5 बजे शॉर्ट सर्किट की वजह से एम्स के टीचिंग ब्लॉक में पहले और दूसरे फ्लोर पर आग लग गई थी जो पांचवीं मंजिल तक पहुंच गई थी. दमकल की 34 गाड़ियों की मदद से काफी हद तक आग पर काबू पा लिया गया था, लेकिन लगातार धुआं उठ रहा था. बाद में एसी का कंप्रेसर फटने की वजह से पांचवीं मंजिल पर फिर आग लग गई.
हालांकि आग की इस घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. एहतियात के तौर पर एम्स का इमरजेंसी विभाग बंद कर दिया गया और अच्छी बात यह है कि सभी मरीज सुरक्षित हैं.
एम्स प्रशासन ने अज्ञात लोगों के खिलाफ आईपीसी 336 (दूसरों के जीवन या व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरा पहुंचाने) और आईपीसी 436 (मकान आदि को नष्ट करने के आशय से अग्नि या विस्फोटक पदार्थ द्वारा कुचेष्टा) के तहत मामला दर्ज पुलिस जांच कर रही है.
लापरवाही पर होगी कार्रवाई
अज्ञात लोगों के खिलाफ अभी यह FIR हुई है. फायर विभाग की फॉरेंसिक टीम आज रविवार को एम्स में आग लगी जगह का मुआयना कर अपनी रिपोर्ट दिल्ली पुलिस को देगी. उसके बाद किसकी लापरवाही बनती है तय कर कार्रवाई की जाएगी.
दिल्ली फायर सर्विस के डायरेक्टर विपिन केंटल ने बताया कि एम्स के टीचिंग ब्लॉक में ओपीडी और न्यूरोलॉजी ब्लॉक भी है. ओपीडी ब्लॉक में ज्यादा मरीज नहीं थे, लेकिन उसके साथ वाले ब्लॉक से 13 मरीजों को रेस्क्यू किया और 7 मरीज वेंटिलेटर पर भी थे जिन्हें शिफ्ट किया गया. वेंटिलेशन शाफ़्ट की वजह से आग अंदर ही अंदर ऊपर की तरफ फैल गई.
शॉर्ट सर्किट से लैब में फैली आग
बताया जा रहा है कि इमरजेंसी लैब में शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी आग पूरी लैब में फैल गई. यह वॉर्ड इमजरेंसी के करीब ही है, जिसकी वजह से तत्काल इमरजेंसी वार्ड को बंद कर दिया गया. इस वार्ड के मरीजों को अन्य जगहों पर शिफ्ट कर दिया गया.
सबसे प्रमुख बात यह है कि इन दिनों पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली गंभीर हालत में एम्स में भर्ती हैं. वह आग लगने की जगह से करीब 500 मीटर की दूरी पर दूसरे ब्लॉक में भर्ती हैं. वहां राष्ट्रपति, पीएम मोदी सहित कई केंद्रीय मंत्रियों और अन्य वीवीआईपी का आना-जाना लगा हुआ है.