भाजपा पर बरसे सीताराम येचुरी, बोले- इस बार लोकसभा चुनाव नहीं ‘महाभारत’ होगा

इस बार लोकसभा के चुनाव नहीं बल्कि महाभारत होगा। देहरादून में मार्क्सवादी कम्यूनिस्ट पार्टी(माकपा) के एक कार्यक्रम में पहुंचे राष्ट्रीय महासचिव सीताराम येचुरी ने यह बात कही। उन्होंने केंद्र सरकार के आर्थिक पिछड़ों को दस प्रतिशत आरक्षण पर सवाल उठाते हुए कहा कि आरक्षण तो दे दिया लेकिन नौकरी कौन देगा। 

उन्होंने कहा कि इस बार का लोकसभा चुनाव मोदी बनाम जनता है। हमारी कोशिश है कि भाजपा विरोधी वोट बंटे नहीं। अगर गणतंत्र को बचाना है तो भाजपा को सत्ता से बाहर करना ही होगा। उन्होंने कहा कि देश को चमकने वाले नेता नहीं बल्कि नीति की जरूरत है। उन्होंने पीएम मोदी पर चुटकी लेते हुए यह भी कहा कि अब चुनावी अंदाज में नए बजट में कई लोकलुभावनी घोषणाएं की जाएंगी।

देश को हिंदू राष्ट्र में बदलने का प्रयास

देश को हिंदू राष्ट्र में बदलने के प्रयास चल रहे हैं। न केवल केंद्र ही सरकार बल्कि देश में कई ऐसे तत्व सक्रिय हैं। नगर निगम टाउनहॉल में माकपा उत्तराखंड के घृणा की राजनीति विषय पर आयोजित सेमिनार पर बोलते हुए माकपा राष्ट्रीय महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि कभी 1920 के दशक में यह सवाल उठा था कि आजाद हिंदुस्तान का चरित्र क्या होगा। तब एक वर्ग ने धर्म के आधार पर द्विराष्ट्र के सिद्धांत को लागू करने की वकालत की गई।

इसी का दुष्परिणाम बंटवारे के रूप में दिखा। पाकिस्तान इस्लामिक देश बन गया पर एक वर्ग की हिंदू राष्ट्र की इच्छा दबी रह गई। वह अब उसी सिद्धांत को आगे बढ़ा रहे हैं। इसी क्रम में संवैधानिक संस्थाओं को एक-एक कर कमजोर किया जा रहा है। येचुरी ने कहा कि कौरवों को भी इस बात का अहंकार था कि हम 100 हैं। पांच पांडव हमारा क्या बिगाड़ लेंगे, लेकिन उनका क्या हश्र हुआ, यह बताने की जरूरत नहीं है। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि कौरवों में आज दुर्योधन और दु:शासन के अलावा आपको कितने लोगों के नाम याद हैं। बार-बार यह बात कही जा रही है कि मोदी का विकल्प नहीं है।

अब होंगी चुनावी घोषणाएं
जब वाजपेयी पीएम थे, तब भी यही बात कही गई, पर उनके बाद मनमोहन सिंह ने लगातार दस साल सरकार चलाई। येचुरी ने कहा कि केंद्र सरकार तमाम सरकारी संस्थानों का निजीकरण कर रही है। ऐसे में अब सरकारी क्षेत्र में रोजगार के सीमित ही अवसर बचे हैं। नौकरियां प्राइवेट सेक्टर में हैं।

आरक्षण अगर लागू करना ही है तो निजी क्षेत्र को भी इसके दायरे में लिया जाए। कार्यक्रम के बाद कांवली रोड पर येचुरी ने माकपा के प्रांतीय कार्यालय का उद्घाटन किया। केंद्र सरकार पर चुटकी लेते सीताराम येचुरी ने कहा कि चुनाव नजदीक देख अब कुछ नए जुमले तलाशे जाएंगे। ताज्जुब देखिए कि पांच साल सत्ता में रहते राम मंदिर पर चुप रहे और अब फि र वही राग अलाप रहे हैं। वह मंदिर बनाना नहीं, बल्कि इसे भुनाना चाहते हैं। माकपा केंद्रीय कमेटी के सदस्य बीजू कृष्णन ने कहा कि यह वक्त हिंदू-मुस्लिम के विवाद में पड़ने के बजाए देश की प्रगति के ब्लू प्रिंट पर काम करने का है।

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