छोटी सी उम्र में बड़ा काम करने जा रही है,ये देश की बेटी

जिस ऊंचाई को छूने में अच्छे अच्छे कांप जाते हैं वही काम अब 11वीं कक्षा में पढ़ने वाली 15 साल की अदिति ठाकुर करने जा रही है।  

पैराग्लाइडिंग एक्यूरेसी चैंपियनशिप में इस बार देश की तीन नवोदित महिला पायलट आकर्षण का मुख्य केंद्र रहेंगी। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बीड़ में जमा एक की पढ़ाई कर रही 15 वर्षीय अदिति ठाकुर सबसे छोटी उम्र की पायलट है।  छोटी सी उम्र में बड़ा काम करने जा रही है,ये देश की बेटी

महाराष्ट्र के विमल मलिक के साथ बिलिंग पहुंची 17 वर्षीय कानन ठाकुर दूसरी और सिक्किम की 26 वर्षीय रूपा देवी कार्की तीसरी महिला पायलट है। बीड़ निवासी अदिति ने बताया कि छह माह से भारतीय विशेषज्ञ पायलट गुरप्रीत ढींडसा से पैराग्लाइडिंग के गुर सीख रही हूं।
 
 अदिति ने कहा कि पहली मर्तबा किसी प्रतियोगिता में भाग ले रही हूं। अपने कोच विमल के साथ पहली बार बिलिंग पहुंची महाराष्ट्र की कानन ठाकुर का कहना है कि वह पांच वर्षों से पैराग्लाइडिंग सीख रही हैं। ग्रीस और पुणे में प्रतियोगिताओं में भाग ले चुकी हैं।

 

रूपा देवी कार्की ने बताया कि वह प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए सात सदस्यों के साथ बीड़ पहुंची हैं। सिक्किम में वर्तमान में 50 पायलट पैराग्लाइडिंग कर रहे हैं। कार्की के कोच मनोज कुमार ने बताया कि बिलिंग में उड़ान भरने का अलग अनुभव है। पैराग्लाइडिंग सीख रहे नए पायलटों को बिलिंग में अंतरराष्ट्रीय पायलटों के अनुभवों से बहुत कुछ सीखने को मिलता है। 
 
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