राशिफल: 14 अक्टूबर दिन शनिवार, जानिए आज किन राशी वालों का होगा भाग्य उदय

◆आज का पञ्चांग◆

।14 अक्टूबर दिन शनिवार आपका मंगलमय हो।

 

 

ऋतु-शरद
माह-कार्तिक
सूर्य-दक्षिणायन
सूर्योदय:-06:15
सूर्यास्त:-05:45
राहू काल(अशुभसमय)प्रातः
09:00से 10:30बजे तक
तिथि:-दशमी
पक्ष:-कृष्ण
अमृत मुहूर्त- दोपहर03:06से04:33सायं तक।

।।आज का राशिफल।।

(चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, कू, अ )
*मेष* आजआप की कीर्ति में वृद्धि होगी। व्यक्ति विशेष से मुलाकात होगी। सरकारी कार्यों में सफलता मिलेगी। पारिवारिक खुशिया लौटेंगी। व्यापार व नौकरी में प्रोन्नति होने की संभावना बन रही है।
सुझाव:- आप आज मीठी रोटी गाय को खिलावें।
शुभरंग:-पीला
राशिरत्न:-मूँगा

( व, वी, वू, वे, वो, ओ, उ, ए, इ )
*वृषभ* आज आप अपने स्वस्थ्य का ध्यान रखें । भक्ति भाव में मन लगेगा। व्यापार में मन चाही वृद्धि होगी। जीवन साथी का सहयोग मिलेगा। शैक्षिक कार्यों में सफलता मिलेगी।

सुझाव:- आप आज मूंग की दाल का दान करें।
शुभरंग:-सुनहला
राशिरत्न:-हीरा, ओपल

(क, की, कू, के, को, घ, हा, छ )
*मिथुन* आज आप को व्यापार से लाभ प्राप्त होगा।सन्तान के दायित्वों की पूर्ति होगी। स्वभाव में कटुता आ सकती है। कृषिकार्यों में सफलता मिलेगी।मुकदमें व किसी की गवाही में न पड़े।

सुझाव:- आप आज मछलियों को दाने डालें।
शुभरंग:- बादामी
राशिरत्न:-पन्ना

( ही,हू, हे, हो, डा , डी, डे, डो)

*कर्क* आपका मन शांत रहेगा। किसी पुराने मित्र से मुलाकात होगी। स्वास्थ्य में सुधार होंगे। जीवन साथी का सहयोग मिलेगा। पारिवारिक माहौल धार्मिक रहेगा। व्यापार में लाभ मिलेगा। नौकरी में तनाव का सामना करना पड़ सकता है।

सुझाव:- आप आज धर्मस्थान पर नंगे पांव जयें।
शुभरंग:-फिरोजी
राशिरत्न:-मोती

( म, मी, मू, में, मो, टा, टि, टू, टे )
*सिंह* आज आप को व्यक्ति विशेष से सम्मना मिलेगा। माता के सहयोग से सारे अधूरे कार्य प्रारंभ होंगे व सफलता को अवश्य पाएंगे। नए व्यापार का सुरुवात हो पायेगा। धनागमन होगा।

सुझाव:- आप आज मीठा खा कर किसी कार्य का शुभारंभ करें।
शुभरंग:- समुद्रीहरा
राशिरत्न:-माणिक्य

(प, पी, पू, पे, पो, ष, म, टो, ठ )
*कन्या* आज आप का व्यापार रुक रुक कर चलेगा। व्यापार व कार्य क्षेत्र में मन्द गति से प्रगति होगी। अभिन्न मित्रों के सहयोग से लाभ होगा। सामाजिक कार्यों से लाभ मिलेगा।

सुझाव:-आप आज हरी वस्तुएं जल में प्रवाहित करें।
शुभरंग:- क्रीम
राशिरत्न:-पन्ना

(रा, री, रु ,रे, रो, ता, ती ,तू, ते, तो )
*तुला* आज आप का मन रचनात्मक कार्यों में लगेगा। व्यापर से लाभ होगा। वाहन से कष्ट मिलसकता है। स्वास्थ्य प्रभावित रहेगा। जीवन साथी से मन मुटाव हो सकता है।

सुझाव:- आप आज गौ मूत्र का पान करें या पंचगव्य का पान करें।
शुभरंग:-नारंगी
राशिरत्न:-हीरा, ओपल

(न, नी, नू, ने, नो, तो, या, यी, यू )
*वृश्चिक* आज आप को सामाजिक कार्यों से लाभ मिलेगा। व्यक्ति विशेष के सहयोग से कोई महत्व पूर्ण कार्य सम्पादित होगा। दृढ़ इच्छा शक्ति का अनुभव आज आपको उन्नति दिलाएगा। पारिवारिक सहयोग मिलेगा।

सुझाव:- आप आज हनुमान जी को सिंदूर व चमेली का तेल अर्पित करें।
शुभरंग:- चॉकलेटी
राशिरत्न:-मूँगा

( ये,यो, भ,भी, भू, ध, फ़, ढ, भे )
*धनु* आज आप को यात्रा से लाभ मिलेगा। व्यापार में लाभ होगा। अतिथियों के सम्मना से आपको यश मिलेगा। शैक्षिक कार्यों में आपको सफलता मिलेगीं। ऋण सम्बन्धित समस्या का समाधान हो सकता है।

सुझाव:- आप गुरु ,साधु व पीपल का पूजन करें।
शुभरंग:- जामुनी
राशिरत्न:-पीलापुखराज

(भे, भो, जा, जी, जु, जे, ख, खी, खे, खो, ग ,गी)
*मकर* आज कार्य व्यवहार में कटुता आ सकती हैओ। अनर्गल चिंता से खुद को बचाएं। माँ सम्मना में कमी आएगी। सरकारी कार्यों में आज आपको सफलता मिलेगी। पारिवारिक वातावरण सामान्य रहेगा।

सुझाव:- आप चमड़े व लोहे से बनी वस्तु न खरीदें।
शुभरंग:-श्वेत
राशिरत्न:-नीलम

( सा, सी, शू, से,सो, गा, गे, गो, दा )
*कुंभ* आज आप के सोचे हुवे कार्य धीरे धीरे करके पूर्णता को प्राप्त होंगे।सामाजिक सहयोग से आपको सफकता मिलेगी। व्यापार में लाभ मिलेगा। चोरों से सावधान रहें। यात्रा से स्वास्थ्य प्रभावित रह सकता है।कृषिकार्यों में व्यवधान आ सकते है।

सुझाव:-आज गेंहू ,गुड़, तथा कांसा मन्दिर में दान करें।
शुभ रंग:- गुलाबी
राशिरत्न:-नीलम

(दे, दो, दी, दू, चा, ची, थ,झ )
*मीन* आज आप के मन चाहे कार्यों में निश्चित ही सफलता मिलेगी। भ्य दिनों से रुका हुवा कर आपको सफलता के साथ साथ धनागमन करायेगा।पारिवारिक खुशियां फिर से आप के मन प्रसन्न चित्त कर देंगी। धनागमन धीरे धीरे बढ़ेगा। यात्रा से लाभ मिलेगा।

सुझाव:- आप केसर और हल्दी का तिलक करें
शुभरंग:-हरा
राशिरत्न:-पीलापुखराज

।।आज के दिन का विशेष महत्त्व।।

1आज कार्तिक माह कृष्णपक्ष दशमी तिथि है।
2 आज शनि पुष्य योग है।

●प्रेरणा दाई चौपाई●

प्रभु कौतुकी प्रनत हितकारी। सेवत सुलभ सकल दुख हारी।।

अर्थ:- श्री रामचरितमानस जी में भगवान शिव माता पार्वती से कहते है कि देवी प्रभू श्री राम वे लीला करने में श्रेष्ठ है, उनको भी कौतुक देखने में आनन्द आता है और जो भक्त हैं वे सब उनके हित में प्रभू सदैव सोचते हैं परिणामतः अपने भक्त का भक्ततवत्सल कभी बुरा नहीं होने देते,वे प्रभू अपने भक्त की सेवा करने में सुलभ है साथ ही सबके दुःखों का हरण करने वाले हैं।

।।वास्तु टिप।।

यदि किसी के घर में वास्तु दोष हो तो अपने घर के पूजन कक्ष का मुख परिवर्तित करने से वास्तु दोष नष्ट हो जाता है।

◆इति शुभम ◆

।।आचार्य स्वामी विवेकानंद।।
।।श्री अयोध्या धाम।।
।।श्री रामकथा, श्रीमद्भागवत कथा व्यास व ज्योतिर्विद।।
संपर्क सूत्र:-9044741252

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