केंद्र सरकार का बड़ा प्लान: होटल-रेस्टोरेंट और शादी-पार्टियों में बचा हुआ खाना इकट्ठा करना

इंदौर. केंद्र सरकार जल्द ही पूरे देश में फूड बैंक खोलने जा रही है। हर शहर में इसे अलग-अलग एनजीओ के जरिये संचालित किया जाएगा। ये फूड बैंक होटल, रेस्टोरेंट, शादी और पार्टियों से बचा हुआ खाना इकट्ठा करते हुए जरूरतमंदों तक पहुंचाएंगे। फूड सैफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एफएसएसएआई) ने इसके लिए योजना तैयार की है। इस काम में खाद्य एवं औषधि विभाग की भी मदद ली जाएगी, जो होटल और रेस्टोरेंट से बचा खाना देने के लिए संपर्क करेंगे। कलेक्शन और डिस्ट्रीब्यूशन के लिए इस तरह के काम करने वाली संस्थाओं को भी जोड़ा जाएगा।
केंद्र सरकार का बड़ा प्लान: होटल-रेस्टोरेंट और शादी-पार्टियों में बचा हुआ खाना इकट्ठा करना
इंदौर सहित देश के कई शहरों में खाने को वेस्ट होने से बचाने के लिए कुछ संगठन काम कर रहे हैं और उसे जरूरतमंदों तक पहुंचा रहे हैं। लेकिन ऐसी व्यवस्था सभी शहरों में नहीं है। साथ ही हर होटल-रेस्टोरेंट या कार्यक्रमों तक इन संगठनों की पहुंच भी नहीं होती। दूसरी ओर इन संगठनों के पास इस खाने को इकट्ठा करने व वितरित करने के लिए संसाधनों और टीम की भी कमी रहती है। शासन द्वारा यह काम शुरू किए जाने में सभी होटल-रेस्टोरेंट भी सहयोग करेंगे और संसाधनों व टीम की कमी जैसी परेशानियां भी दूर हो जाएंगी।

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रोजाना वेस्ट हो जाता है हजारों टन खाना
एफएसएसएआई अधिकारियों की मानें तो देश में रोज कई हजार टन खाना वेस्ट हो जाता है। वहीं हर दिन लाखों लोगों को दो वक्त का खाना भी नहीं मिल पाता है। दूसरी ओर सरकार आहार योजना के तहत हर साल करोड़ों रुपए खर्च करती है। इन सभी बातों को देखते हुए यह योजना तैयार की गई है, ताकि वेस्ट होने वाला खाना उपयोग हो सके और जरूरतमंदों को मिल सके। इस योजना के तहत एकत्रित खाने को सुरक्षित रखने की भी व्यवस्था होगी, ताकि यह खराब ना हो।
 
पूरे देश के लिए जारी होगा एक फोन नंबर
मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी मनीष स्वामी ने बताया एफएसएसएआई द्वारा पूरे देश में फूड बैंक शुरू करने की योजना तैयार की जा रही है। इसमें अन्य शासकीय विभाग और निजी संस्थाएं भी इसमें शामिल होंगी। इसके लिए राष्ट्रीय स्तर पर एक ही नंबर होगा, जिस पर फोन कर आप अपने यहां से खाना भिजवा सकेंगे और इस काम में किसी तरह की मदद में भी भागीदार बन सकेंगे।
 
 
 
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