हरियाणा-पंजाब में अभी और झेलायेगा मौसम, इन तारीखों को रहें अलर्ट..
हरियाणा और पंजाब में बार-बार मौसम बिगड़ने की वजह पश्चिमी विक्षोभ (वेस्टर्न डिस्टरबेंस) है। अंटाकर्टिक महासागर से उठने वाले इन विक्षोभों की वजह से आसमान में कुछ दिन बाद बादल छा रहे हैं और बारिश हो रही है। इस बेमौसमी बारिश से जहां किसानों की सांसें थमी हुई हैं, वहीं 15 फरवरी को दोपहर बाद थोड़ी राहत जरूर मिल जाएगी।
शुक्रवार दोपहर तक दोनों प्रदेशों के कई जिलों में बारिश हो सकती है और कई छींटे पड़ेंगे। 16 और 17 फरवरी को मौसम साफ रहेगा, लेकिन 18 फरवरी को आसमान में फिर से बादल घिर सकते हैं। 19 फरवरी से लेकर 21 फरवरी तक हरियाणा और पंजाब दोनों राज्यों के कई जिलों में गरज के साथ बारिश होने की संभावना है। इस बारिश की वजह से पिछले 24 घंटे के भीतर हरियाणा में सबसे कम न्यूनतम तापमान करनाल में 12 डिग्री सेल्सियस और पंजाब में गुरदासपुर जिले में 6 डिग्री सेल्सियस रहा।
हरियाणा में गुरुवार को राजधानी चंडीगढ़ समेत सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, जींद, भिवानी, चरखी दादरी, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, झज्जर, गुरुग्राम, मेवात, पलवल, फरीदाबाद रोहतक, सोनीपत, पानीपत हल्की बारिश हुई। जबकि रोहतक, सोनीपत, पानीपत, रेवाड़ी, पंचकूला, यमुनानगर, अंबाला के कुछ इलाकों में औसतन बारिश दर्ज की गई। इसके अलावा पंजाब और हरियाणा के कई जिलों में आगामी दो दिनों में कोहरे का भी प्रभाव रहेगा।
उत्तर भारत में मौसम खराब होने की सबसे बड़ी वजह वेस्टर्न डिसटर्बेंस ही रहता है। फिलहाल ये विक्षोभ ज्यादा प्रभावशाली नहीं है। इसलिए अभी मूसलाधार बारिश की संभावना कम है। – सुरेंद्र पाल, वरिष्ठ मौसम विज्ञानी
बिजली गिरने से 40 भेड़ और 5 बकरियों की मौत
तेज बारिश के बीच बिजली गिरने से खेतों में चर रही 40 भेड़ और पांच बकरियों की मौत हो गई। पटियाला के गांव राजपुर गढ़ी निवासी सुरिंदरपाल व उसके साथियों ने बताया कि हर साल वह अपनी भेड़ और बकरियों को चराने के लिए कपूरथला के कस्बा काला संघिया के गांव अहमपुर में लेकर आता है। इस साल भी वह अपने पशुओं को लेकर आए। गुरुवार सुबह दस बजे अचानक मौसम बिगड़ गया और तेज हवाओं, बारिश व बादलों की गड़गड़ाहट के बीच बिजली उनकी भेड़ों व बकरियों पर गिर गई।