हरियाणा के विद्यार्थियों के लिए खुशखबरी, राज्‍य सरकार ने कॉलेजों में की गई फीस वृद्धि को लिया वापस

हरियाणा के विद्यार्थियों के लिए बड़ी खुशखबरी है। राज्‍य कालेजों व विश्वविद्यालयों में बढ़ी हुई फीस का विरोध कर रहे आंदोलनकारी छात्र-छात्राओं का संघर्ष रंग लाया है। प्रदेश सरकार ने बढ़ी हुई फीस का फरमान वापस ले लिया है। राज्य के विद्यार्थियों को अब पिछले साल की तरह ही फीस का भुगतान करना होगा। जिन विद्यार्थियों से फीस वसूली जा चुकी है, उन्हें अगले एक पखवाड़े के भीतर बढ़ाकर वसूली गई फीस वापस कर दी जाएगी।

अब पिछले साल के शिक्षा सत्र में लागू फीस स्ट्रक्चर पर ही होगा अमल

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नार्थ जोन के क्षेत्रीय संगठन मंत्री विक्रांत खंडेलवाल की अगुवाई में आगे प्रतिनिधिमंडल से बातचीत के बाद बढ़ी हुई फीस वापस करने के आदेश जारी किए हैैं। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि राज्य के महाविद्यालयों के छात्रों से शैक्षणिक सत्र 2019-20 में पिछले शैक्षणिक सत्र की तर्ज पर ही फीस ली जाएगी और 15 दिनों के भीतर बढ़ी हुई फीस को भी संबंधित कालेजों द्वारा छात्रों को वापस कर दिया जाएगा।

जिन छात्रों से वसूली जा चुकी है बढ़ी फीस वह 15 दिनों में लौटाने के निर्देश

उच्चतर शिक्षा विभाग ने फीस बढ़ाने के साथ ही पांच तरह के शुल्क भी बढ़ाने के फरमान जारी किए थे। मुख्यमंत्री से हुई बातचीत में इन बढ़े हुए शुल्क को वापस लेने पर फिलहाल कोई फैसला नहीं हुआ, लेकिन बढ़ी हुई फीस नहीं ली जाएगी। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालयों के सभी कुलपतियों को निर्देेश दिए कि वे शैक्षणिक सत्र 2018-19 में छात्रों के लिए लागू फीस स्ट्रक्चर को ही शैक्षणिक सत्र 2019-20 में भी लागू करें।

 

विभाग ने पांच नए शुल्क लगाए थे

उच्चतर शिक्षा विभाग ने जो पांच नए शुल्क लगाए, उनमें विश्वविद्यालय योग्यता फीस, विश्वविद्यालय पूर्व छात्र शुल्क, डा. अब्दुल कलाम फीस, आडियो-वीडियो एड फीस और करियर काउंसलिंग फीस शामिल है। विभाग इससे पहले डा. राधाकृष्णन फंड के तहत 70 रुपये वसूल रहा है। इस बार सभी फीस उच्चतर शिक्षा विभाग ऑनलाइन खुद ले रहा है। ऐसे में कालेजों को उनका हिस्सा बाद में मिलेगा।

इस फीस स्ट्रक्चर को लेकर हुआ आंदोलन

बीए-1                बीएससी-1           बीकॉम-1

वर्तमान सालाना फीस                 7424 रुपये        10204 रुपये       5114 रुपये

पूर्व में वसूली जाने वाली फीस      6340 रुपये         7200 रुपये         3520 रुपये

बढ़ी फीस का अंतर –                  1084 रुपये         3004 रुपये         1594 रुपये

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