सरसंघचालक से श्री श्री की 1 घंटा चली चर्चा, गडकरी के घर भी पहुंचे

नागपुर.अयोध्या मसले पर मध्यस्थता की पहल के साथ चर्चा में आए आर्ट आफ लिविंग के संस्थापक व आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर ने शनिवार को आरएसएस के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत व केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितीन गडकरी से मुलाकात की। भागवत व गडकरी से चर्चा के विषय में अधिकारिक तौर पर कुछ भी जानकारी सामने नहीं आई है। माना जा रहा है कि आध्यात्मिक गुरु ने अयोध्या मामले पर ही चर्चा की। हालांकि श्री श्री ने कहा है कि अयोध्या मसले पर सहमति के मामले पर इतना जल्दी कुछ नहीं कहा जा सकता है। मिल-जुलकर चर्चा करेंगे।

सरसंघचालक से 1 घंटा चर्चा :

– करीब एक घंटे तक सरसंघचालक डॉ.मोहन भागवत से चर्चा करने के बाद वे भवन परिसर में ही घोष पथक के कार्यक्रम में उपस्थित हुए।

– सरसंघचालक डॉ.मोहन भागवत के अलावा पार्श्वगायक उदित नारायण, अनु मलिक, अनुराधा पौडवाल, सुरेश वाडकर व अन्य गणमान्य उपस्थित थे। घोष पथक ने 40 विविध राग स्वर पर प्रस्तुति दी।

-कार्यक्रम के बाद श्री श्री गडकरी के रामनगर स्थित भक्ति बंगले पर पहुंचे। आरंभ में गडकरी परिवार ने उनका अभिवादन कर स्वागत किया। बाद में गडकरी के साथ उन्होंने रात्रिभोज किया।

– रात्रिभोज के दौरान श्री श्री व गडकरी के अलावा केवल परिजन ही थे। श्री श्री रविवार को भी नागपुर में रहेंगे।

मसले पर मुलाकातों का सिलसिला :

– गौरतलब है कि श्री श्री आर्ट आफ लिविंग के एक कार्यक्रम के लिए शुक्रवार को शहर में आए हैं। शुक्रवार काे कार्यक्रम में भी उन्होंने अयोध्या मामले पर प्रमुखता से िवचार रखा था।

– उन्होंने कहा कि राम को 14 वर्ष का वनवास हुआ था, लेकिन रामलला की मूर्ति 25 वर्ष से टेंट में है। उनके अनुसार अयोध्या मामला दोनों पक्षों की सहमति से ही सुलझना चाहिए।
– शुक्रवार को शहर में आने के पहले अयोध्या मुद्दे की बातचीत और परस्पर सहमति के जरिए समाधान खोजने के प्रयास के तहत श्री श्री ने लखनऊ में मुस्लिम धार्मिक नेताओं से बातचीत की थी।

– ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड के सदस्य मौलाना खालिद राशिद फरंगीमहली के साथ भी चर्चा की थी। उसके एक दिन पहले वे फैजाबाद और अयोध्या में प्रमुख साधु संतों और मुस्लिम बुद्धिजीवियों से मिले थे।

– उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी मिले थे। शनिवार को दोपहर करीब 4.30 बजे श्री श्री रेशमबाग स्थित हेडगेवार स्मृति भवन पहुंचे।

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