सरकार ने किया अनसुना तो खुद ही तैयार कर लिया तालाब, उपजाऊ बनाया खेत

छिंदवाड़ा.जिला मुख्यालय से तकरीबन पचास किलोमीटर दूर बिछुआ विकासखंड के ग्राम सागर के किसानों ने जलसंकट से निपट रहे गांवों के लिए मिसाल पेश की है। इस गांव के किसानों ने बिना किसी सरकारी खर्च के 16 एकड़ क्षेत्र के तालाब को जनसहयोग की मदद से तीन मीटर तक गहरीकरण कर दिया। इतना ही नहीं तालाब की खुदाई से निकली काली मिट्टी बंजर भूमि में डालकर उसेे उपजाऊ बनाया है।
सरकार ने किया अनसुना तो खुद ही तैयार कर लिया तालाब, उपजाऊ बनाया खेत
एक किसान ने बंजर पड़ी अपनी भूमि में तालाब से निकली मिट्टी से दस बोरी लहसुन की फसल लगाकर तकरीबन पांच लाख से ज्यादा की आय की। दरअसल पिछले कई वर्षों से यह तालाब सूखा पड़ा हुआ था जिसके लिए ग्रामीणों ने जनप्रतिनिधि, अधिकारियों से गुहार लगाई थी लेकिन सभी ने इसे अनसुना कर दिया। हर तरफ से थक हार कर किसानों को निराशा मिली तो सभी ने एकजुट होकर इस तालाब के गहरीकरण का जिम्मा उठाया और कुछ ही दिनों में तालाब को पुनर्जीवित कर लिया। अब आने वाली बारिश में तालाब भर जाएगा।

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तालाब सूखने से गांव में छाया था जलसंकट

114 वर्ष पूर्व 1904 में तत्कालीन मालगुजार मुन्नू खान द्वारा बनाए गए निजी तालाब से इस पूरे क्षेत्र में जल स्तर अच्छा रहता था। बाद में शासन द्वारा सीलिंग कानून के तहत तालाब का अधिग्रहण कर लिया गया। इसके बाद इस तालाब को लगातार मिट्टी से भरने का सिलसिला चलता रहा। जिसके कारण 16 एकड़ का तालाब मैदान बन गया था। तालाब गहरीकरण के लिए ग्राम पंचायत द्वारा प्रस्ताव पास करने के बाद भी राजस्व विभाग द्वारा तालाब गहरीकरण करने अनुमति नहीं देने से तालाब गहरीकरण का काम नहीं हुआ।
 
ऐेसे शुरू हुआ अभियान
85 वर्षीय किसान मोहम्मद शफी खान ने निजी पांच एकड़ बंजर खेत में तालाब की मिट्टी डालकर 10 बोरी लहसुन लगाया, जिससे उसको पांच लाख का लाभ मिला। इसी से प्रेरणा पाकर एक के बाद एक किसानों ने इस तालाब की मिट्टी को खोदना शुरू कर अपनी बंजर भूमि में बिछाना शुरू कर दिया। किसान मोहम्मद शफी से प्रेरणा पाकर अब तक किसान लगभग एक हजार एकड़ बंजर जमीन में तालाब की बीस हजार ट्राली उपजाऊ मिट्टी डाल चुके हंै।
 
यह होगा लाभ
– तालाब गहरीकरण से निकलने वाली मिट्टी से बंजर खेत उपजाऊ हो रहे हैं। { तालाब के आस पास बने 55 कुओं का जल स्तर भी बढ़ेगा। { क्षेत्र के सागर, ग्वारी और खमरिया गांव की पेयजल समस्या दूर होगी।
हमारे द्वारा लंबे समय से तालाब गहरीकरण के लिए प्रशासनिक स्तर पर प्रयास किए जा रहे थे। शासन स्तर पर तालाब गहरी करण नहीं हो सका तो हमने स्वयं के व्यय पर तालाब गहरीकरण का कार्य किया।
मो. शफी खान, किसान सागर बिछुआ
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