सपा MLC ने पूछा सवाल- कहां गई टीम 11

न्‍यूज डेस्‍क

उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस से सबसे अधिक मौत और मरीजों की संख्या आगरा में है। यहां कोरोना वायरस के फैलते संक्रमण को रोकने के लिए बनाए गए मॉडल की देशभर में चर्चा हुई, बावजूद इसके यहां संक्रमण कम होने का नाम ही नहीं ले रहा। रोज यहां नए मामले मिलते जा रहे हैं।

हालात यह है कि यहां मरने वालों की संख्या में भी इजाफा होता जा रहा है। आगरा में कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों की संख्‍या 400 के करीब पहुंच चुकी है। जबकि 11 लोगों ने इस बीमारी से दम तोड़ा है। यहीं कारण है कि आगरा मॉडल पर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी लगातार सवाल उठा रही है।

सोमवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने मुख्‍यमंत्रियों के साथ हुई बैठक में भले ही यूपी के सीएम योगी आदित्‍यनाथ की तारीफ की। लेकिन सूबे में लगातार बढ़ रहे मरीजों की संख्‍या पर विपक्ष सीएम योगी को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के बाद सपा एमएलसी उदयवीर सिंह ने आगरा मॉडल पर सवाल उठाए हैं। उन्‍होंने पत्र लिखकर सीएम योगी से उनके द्वारा बनाई टीम 11 पर भी तंज कसा है कि आखिर आगरा में बढ़ते कोरोना वायरस के प्रकोप को प्रशासन क्‍यों नहीं रोक पाया है।

उन्होंने सीएम से सवाल किया कि कहां है Covid 19 से लड़ने वाली CM ‘टीम 11’? जिसने ‘ताज नगरी’ से ‘कोरोना नगरी’ बना डाला। सपा एमएलसी ने ताज नगरी आगरा में क्वॉरेंटाइन सेंटर में मरीजों के साथ हो रहे दुर्व्यवहार के मुद्दे को भी उठाया और सरकारी अस्पतालों में सही से इलाज न होने का आरोप भी लगाया। उन्होंने अपने पत्र के माध्यम से दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी की।

गौरतलब है कि इससे पहले यूपी के पूर्व सीएम और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी योगी सरकार पर तंज कसा था। सोमवार को अखिलेश यादव ने तंज कसते हुए ट्वीट किया कि मुख्यमंत्री द्वारा बहुप्रचारित कोरोना से लड़ने का ‘आगरा मॉडल’ मेयर के अनुसार फ़ेल होकर आगरा को वुहान बना देगा। न जाँच, न दवाई, न अन्य बीमारियों के लिए सरकारी या प्राइवेट अस्पताल, न जीवन रक्षक किट और उस पर क्वॉरेंटाइन सेंटर्स की बदहाली प्राणांतक साबित हो रही है। जागो सरकार जागो!

बता दें कि 21 अप्रैल को आगरा के मेयर नवीन जैन ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक पत्र लिखकर जिले की हालत चिंता जताई थी। मेयर ने लिखा था कि कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। यदि उचित प्रबंधन नहीं हुआ तो आगरा देश का वुहान बन सकता है। उन्होंने जिला प्रशासन की कार्य शैली पर भी सवाल उठाए थे।

उन्होंने पत्र में कहा है कि स्थानीय प्रशासन स्थिति को नियंत्रित करने में नकारा साबित हुआ है। उनका आरोप है कि जिला प्रशासन द्वारा शहर में बनाए गए हॉटस्पॉट और क्वारंटाइन सेंटर में कई-कई दिनों तक जांच नहीं हो पा रही है। इतना ही नहीं सरकारी अस्पतालों में कोरोना मरीजों को छोड़कर किसी अन्य मरीज का इलाज भी नहीं किया जा रहा है।

Back to top button