विडम्बना: पुलिसकर्मी जब इस हद तक आया, तब जाकर कहीं वो छुट्टी पाया

लखनऊ। यूं तो हम उस पुलिस जिसकी बदौलत काफी हद तक हम सुरक्षित माहौल में जीते हैं उस पर लांछन लगाने में और उसकी आलोचना करने में कोई मौका शायद ही छोड़ते हों लेकिन अगर उनकी सख्त ड्यूटी के रूटीन को देखें और उनकी तथा उनके परिवारिक दिक्कतों को जानें तो शायद ही जल्दी कभी इतनी आसानी से उनपे न ही लांछन लगायेगें और न ही आलोचना कर पायेगें। ऐसी ही सख्त ड्यूटी के चलते आखिरकार एक आरक्षी को मजबूरन जहरीला पदार्थ पीना पड़ा। क्योंकि काफी समय से छुट्टी मांगने के बावजूद उसे छुट्टी नही मिल पा रही थी।
मिली जानकारी के मुताबिक प्रदेश के जनपद बांदा में पुलिस चौकी मर्दन नाका में तैनात एक सिपाही ने रविवार रात छुट्टी न मिलने से परेशान होकर जहरीला पदार्थ पी लिया। हालांकि उसके द्वारा ऐसा कदम उठाने से सबके न सिर्फ हाथ पांव फूल गए बल्कि आनन-फानन में उसे सिपाही को 20 दिन की छुट्टी दे दी गई।
बताया जाता है कि मऊरानीपुर (झांसी) कस्बे का निवासी अरुण कुमार वर्मा (28) पिछले कई दिनों से अपनी मां की तबीयत खराब होने का हवाला देकर छुट्टी मांग रहा था, लेकिन चौकी में सिपाहियों की कमी और जिला मुख्यालय में चार दिन चलने वाले दशहरे उत्सव का कारण बताकर उसे छुट्टी नहीं दी जा रही थी।
जिस पर तंग आकर रविवार रात अवसाद में आकर उसने आल ऑउट (मच्छर भगाने का लिक्विड) पी लिया। जहरीला पदार्थ पीने की सूचना पर पुलिस के आला अधिकारियों ने उसे इलाज के लिए सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया और आनन-फानन में उसकी 20 दिन की छुट्टी भी मंजूर कर दी।
दरअसल जैसा कि बताया जा रहा है उसके अनुसार सिपाही अरुण अपनी मां की तबीयत खराब होने और पत्नी के मायके से वापस न आने पर अवसाद में था। उसने छुट्टी का प्रार्थना पत्र दिया था, जिसे मंजूरी नहीं दी गई। उसकी स्थिति को देखते फिलहाल उसे बीस दिन का विभागीय अवकास भी मिल गया है।”

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