लोकसभा चुनाव 2019 में सुच्चा सिंह छोटेपुर पर ‘AAP’ ने साधी चुप्पी

आम आदमी पार्टी ने कुछ समय पहले अपने पूर्व सूबा कन्वीनर सुच्चा सिंह छोटेपुर को पार्टी वापस लाने की कवायद शुरू की थी, जो बिल्कुल ठप हो गई है। साथ ही पार्टी ने इस मुद्दे पर पूरी तरह चुप्पी साध ली है। भुलत्थ से विधायक सुखपाल खैरा और उनके साथी सात विधायकों द्वारा बगावत का झंडा बुलंद करने के बाद आप बैकफुट पर आ गई थी। खैरा गुट को जिस तरह बठिंडा कन्वेंशन में समर्थन मिला था, उसने पार्टी नेतृत्व को चिंता में डाल दिया था। इसके बाद राष्ट्रीय स्तर पर आप के थिंक टैंक ने खैरा के मुकाबले छोटेपुर को वापस लाने का फैसला किया था।लोकसभा चुनाव 2019 में सुच्चा सिंह छोटेपुर पर 'AAP' ने साधी चुप्पी

उन्हें लग रहा था कि अभी भी पार्टी वॉलंटियर्स में छोटेपुर को लेकर सहानुभूति है। उनके आने से खैरा के साथ गया वॉलंटियर बेस भी लौट आएगा। उसी दौरान एक कार्यक्रम में जालंधर आए पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने पंजाब इकाई के नेताओं को निर्देश दिए थे कि वे छोटेपुर से बात करें और उन्हें पार्टी में वापस लाएं। इतना ही नहीं, केजरीवाल ने एक इंटरव्यू के जरिेए और ट्वीट कर के भी छोटेपुर से पार्टी में लौटने की अपील की थी। केजरीवाल की हिदायत मिलते ही सूबे की सारी लीडरशिप उसी रात छोटेपुर के मोहाली स्थित आवास पर पहुंची थी। जहां काफी देर कर इस बारे में बातचीत हुई।

दोनों पक्षों ने मुद्दों का खुलासा तो नहीं किया था। लेकिन यह संकेत दिए थे कि छोटेपुर इस बात से बेहद नाराज हैं कि उन्हें किस तरह साजिश करके हटाया गया। साथ ही उस साजिश के लिए जिम्मेदार लोग अभी भी पार्टी में अहम पदों पर हैं। छोटेपुर ने पार्टी में लौटने पर तो सहमति जता दी थी। लेकिन वह सम्मानजनक वापसी चाहते थे। वही पार्टी और छोटेपुर दोनों के हित में था। उसके बाद तीन विधायकों को छोटेपुर से बातचीत जारी रखने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। बाद में इस मुद्दे पर एक और बैठक हुई। लेकिन उसके बाद से बात आगे नहीं बढ़ी। आप और छोटेपुर दोनों ने ही इस मुद्दे पर चुप्पी साध ली है। पार्टी की सर्वोच्च सूबा कोर कमेटी के चेयरमैन प्रिंसिपल बुध राम ने कहा कि पांच मेंबरी कमेटी छोटेपुर के संपर्क में है। जल्द ही बात सिरे चढ़ जाएगी। लेकिन पार्टी सूत्रों का कहना है कि छोटेपुर की सम्मानजनक वापसी का फॉर्मूला अब तक पार्टी नहीं बना सकी है। छोटेपुर ने अपने शर्तें पहले ही साफ कर दी थीं, पर पार्टी उन पर फैसला नहीं कर सकी है।

खैरा के निलंबन से बदले समीकरण
आप के एक वर्ग का कहना है कि सुच्चा सिंह छोटेपुर की वापसी के समीकरण सुखपाल खैरा के निलंबन के बाद बिगड़ गए हैं। जब छोटेपुर को लाने की कवायद शुरू की गई थी, तब पार्टी संकट में नजर आ रही थी। क्योंकि बागी खैरा गुट के साथ बड़ी संख्य में वॉलंटियर्स और एनआरआई दिख रहे थे। लेकिन आखिरकार पार्टी ने खैरा और कंवर संधू को सस्पेंड करने का फैसला कर ही लिया। अब छोटेपुर की वापसी पर असमंजस हो सकता है।

Back to top button