राष्ट्रपति चुनाव में वोट देने के बाद मुलायम ने फाड़ दिया मतपत्र, जानें क्यों

नई दिल्ली। देश के अगले राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान शुरू हो चुका है। मतपत्र से होने वाले मतदान के लिए बैलेट बॉक्स संसद और तमाम विधानसभाओं में पहुंच चुके हैं। इस बीच, राष्ट्रपति चुनाव के गलत मतपत्र पर ठप्पा लगाने का एक किस्सा बहुत चर्चित रहा है।

यह बात है 2012 के राष्ट्रपति चुनाव की। यूपीए ने प्रणब मुखर्जी को उम्मीदवार बनाया था, तो उनके खिलाफ एनडीए ने पीए संगमा से पर्चा भरवाया था। 19 जुलाई 2012 को मतदान हो रहा था। लोकसभा सदस्य के रूप में समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव भी मताधिकार का उपयोग करने लोकसभा पहुंचे थे।

मुलायम सिंह ने तब गलती से विपक्षी उम्मीदवार संगमा को वोट कर दिया था। उन्होंने संगमा के समर्थन वाले मतपत्र पर ठप्पा लगा दिया था। हालांकि तुरंत ही गलती का अहसास हो गया था और फिर उस पर्चे को उन्होंने फाड़ दिया था। फिर दूसरे पर्चे पर प्रणब मुखर्जी के नाम पर ठप्पा लगाया था।

एनडीए ने तब चुनाव आयोग से मुलायम की शिकायत भी की थी और बताया जाता है कि तब मुलायम का वोट खारिज कर दिया गया था।

…तब मनमोहन सिंह पर भी हुई थी बात

यूं तो मुलायम सिंह हमेशा यूपीए सरकार के साथ रहे, लेकिन तब उन्होंने एक और मौके पर कांग्रेस को दुविधा में डाला था। 2012 में राष्ट्रपति चुनाव से पहले उम्मीदवारों पर मंथन जारी था। यूपीए का पलड़ा भारी था।

तब मुलायम सिंह ने ममता बनर्जी के साथ मिलकर तीन नाम सुझाए थे। उनमें प्रणब मुखर्जी का नाम शामिल नहीं था, लेकिन मनमोहन सिंह को उम्मीदवार बनाने की वकालत की गई थी।

हालांकि बाद में जब प्रणब मुखर्जी को उम्मीदवार बनाया गया तो मुलायम ने उनका पूरा समर्थन किया था।

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