यहां 40 हजार रुपये रोजाना किराया, बारिश ने किया काफी परेशान…

नेहरू स्टेडियम के सामने वाले मैदान में पिछले चार दिनों से जारी सरस मेले पर रोज हो रही बारिश पानी फेर रही है। विभिन्न राज्यों से आए दस्तकारों को आए दिन नुकसान उठाना पड़ रहा है। वैसे 20 एकड़ क्षेत्र में लगे इस विशाल मेले की आभा तो देखते ही बनती है। विभिन्न प्रकार की सजावट वाली चीजें लेकर यहां पर दस्तकार आए हुए हैं।

विभिन्न राज्यों के खाने पीने वाली लजीज चीजों वाले स्टाल भी यहां लगे हैं। जिला प्रशासन ने भी मेले को सफल बनाने में कोई कसर शेष नहीं छोड़ी है, लेकिन रोज हो रही बारिश मेले की कामयाबी पर ग्रहण लगा रही है। कुछ स्टाल मालिकों का स्टाल लगाने का एक दिन का किराया चालीस हजार है, जो उनके लिए भरना मुश्किल बना हुआ है। पहले दिन ही मेला स्थल बारिश के पानी से भर गया। स्टाल लगाने वालों का काफी सामान भी खराब हो गया। दूसरा दिन भी बारिश की भेंट चढ़ा। तीसरे बारिश तो थमी रही लेकिन आकाश पर छाए घने बादलों के कारण लगभग हर स्टाल वाला निराश ही दिखा।

गत दिवस भी बूंदाबादी होती रही, जिसके चलते हर कोई मायूस दिखा। मेले में स्टाल लगाने वालों का कहना है कि जिस हिसाब से मौसम धोखा दे रहा है, उससे कमाई तो दूर स्टाल का किराया तक निकालना कठिन हो गया है। इसमें कोई दो राय नहीं कि मेले के अंदर हर स्टाल पर उपलब्ध व्यंजन तारीफ के काबिल है लेकिन राजस्थानी फूड स्टाल यहां के पंजाबियों की सबसे ज्यादा पसंद बना हुआ है, लेकिन ग्राहक कम होने की वजह से स्टाल वाले परेशान हैं

स्टाल लगाने वाले बाबू लाल ने कहा कि जो कोई भी उनके स्टाल पर लगे व्यंजन खाएगा, वो दीवाना होकर रह जाएगा, पर मौसम साथ नहीं दे रहा है। उनकी 11 मेंबरों की टीम है व सभी जोधपुर के पास नागोर जिले के गांव जामल के रहने वाले हैं। टीम के कारीगरों जैराम सहित तेजा राम व पैलास आदि ने बताया कि वे हर रोज सुबह ताजा सामान तैयार करते हुए 11 बजे स्टाल सजा देते हैं, जोकि रात 11 बजे तक चलता है, लेकिन बारिश कारण ग्राहक कम आते हैं, जिससे उनका नुकसान हो रहा है। उनके स्टाल पर खाने की स्पेशल राजस्थानी थाली सहित दाल बॉटी चूरमा, मिस्सी रोटी, बाजरा रोटी केर सारंगी व बीकानेरी केसरिया जलेबी के साथ केसरिया कुल्लड़ चाय उपलब्ध है।

उनके अनुसार स्टाल का किराया 40 हजार रुपये रोजाना है। उन्होंने बताया कि पहले दिन उनकी सेल मात्र छह हजार थी, दूसरे दिन की सेल दस हजार, तीसरे दिन की सेल 35 हजार रुपये व रविवार दोपहर तक मात्र एक हजार रुपये सेल हुई है। बारिश ने काफी परेशान किया है। हर कारीगर 600 रुपये से एक हजार रुपया प्रतिदिन का मेहनताना व आने- जाने का किराया अलग से लेता है। अगर बारिश इसी प्रकार जारी रही, तो उन्हें बड़ा घाटा उठाना पड़ेगा। ठीक ऐसे ही हालात अन्य स्टाल वालों के भी बने हुए हैं। वहीं मौसम विभाग के अनुसार अगले चार दिन बारिश जारी रहने के आसार हैं।

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