मृत्युंजय मिश्रा की करीबी नूतन आई सामने, पत्नी अभी है गायब

 उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय में भ्रष्टाचार के आरोपित निलंबित कुलपति मृत्युंजय मिश्रा की करीबी नूतन रावत आठ दिन बाद नाटकीय अंदाज में सामने आ गई। सतर्कता मुख्यालय पहुंची नूतन से करीब चार घंटे तक गहन पूछताछ की गई। हालांकि, अभी सतर्कता को पूछताछ में कोई ठोस सबूत नहीं मिल पाए हैं। लिहाजा नूतन को फिर फर्म, बैंक एकाउंट के दस्तावेजों के साथ बुलाया गया है। उधर, नूतन के सामने आते ही मृत्युंजय की पत्नी श्वेता मिश्रा गायब हो गई है। 

भ्रष्टाचार के आरोप में मृत्युंजय मिश्रा की गिरफ्तारी के बाद सहआरोपी क्रिएटिव वर्ल्‍ड सोलेशन की मालिक नूतन रावत गायब हो गई थी। सतर्कता की टीम ने नूतन को सर्विलांस पर लेने के साथ ही लुकआउट नोटिस जारी करने की तैयारी कर ली थी। मगर, सोमवार को अचानक नूतन रावत अपनी फर्म के कुछ सहयोगियों के साथ सतर्कता मुख्यालय पहुंच गई। इस पर सतर्कता की टीम ने नूतन से मृत्युंजय मिश्रा से करीबी, आयुर्वेद विवि में काम करने, हर्रावाला बैंक में खाता खोलने, फर्म के एकाउंट से लेकर हर्रावाला में खोले गए एकाउंट से लाखों रुपये के ट्रांजेक्शन जैसे कई सवालों का जवाब जाना।

हालांकि, नूतन हर सवाल के जवाब से पहले अपने को निर्दोष बताती रही। कहा कि वह सिर्फ फर्म का संचालन करती हैं। मुकदमा दर्ज होने के बाद वह गिरफ्तारी से डर रही थी। यही कारण था कि वह मोबाइल फोन बंद कर छिप गई थी। सतर्कता निदेशक अपर पुलिस महानिदेशक राम सिंह मीणा ने बताया कि नूतन से 12 से चार बजे तक पूछताछ की गई। नूतन के कई सवालों के जवाब मिले गए हैं। अब नूतन को फर्म के बैंक एकाउंट, निजी एकाउंट से लेकर आयुर्वेद विवि से जुड़े बिल और अन्य दस्तावेजों के साथ बुलाया गया है। इसके बाद जो भी प्रमाण नूतन के पक्ष या खिलाफ मिलेंगे, उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। 

उधर, नूतन के आगे आने के बाद मृत्युंजय मिश्रा की पत्नी श्वेता मिश्रा गायब हो गई है। शनिवार को विवेचक इंस्पेक्टर प्रदीप पंत श्वेता से पूछताछ करने गए थे। जहां ससुर और नौकर ने श्वेता के बिना बताए कहीं चले जाने की बात कही। सोमवार को भी सतर्कता की टीम मोहिनी रोड स्थित मिश्रा के घर गई थी। जहां बताया गया कि श्वेता तीन दिनों से घर नहीं आई है। अब श्वेता कहां गई, इसे लेकर सतर्कता की मुश्किलें बढ़ने लगी हैं।

शिल्पा से आज फिर होगी पूछताछ 

सतर्कता मुख्यालय में मंगलवार को श्वेता और शिल्पा से पूछताछ की जानी है। इसके लिए सतर्कता की टीम ने अलग-अलग सवाल तैयार किए हैं। खासकर फर्म खोलने से लेकर आयुर्वेद विवि तक उनके संपर्क और कारोबार के बारे में पूछताछ की जाएगी। मृत्युंजय मिश्रा से उनके कनेक्शन के बारे में भी सतर्कता की टीम पूछताछ करेगी। उनके बैंक खातों, मोबाइल की कॉल डिटेल और दूसरी गतिविधियों को भी पूछताछ में शामिल किया गया है। 

पौड़ी पुलिस गई थी नूतन के घर 

सतर्कता सूत्रों की मानें तो नूतन के अंडरग्राउंड होने के बाद खोजबीन तेज कर दी गई थी। नूतन हाथ से न निकले, इसके लिए पौड़ी पुलिस को भी सक्रिय किया गया था। सतर्कता विभाग के निर्देश पर पौड़ी पुलिस नूतन के घर पहुंची थी। जहां नूतन के पिता बीएस रावत से बातचीत की गई। पुलिस के घर पहुंचते ही परिजनों ने नूतन से संपर्क साधा। इसके बाद नूतन के पिता ने उसे सामने आने के लिए तैयार किया। 

आयुर्वेद विवि ने तैयार की मिश्रा की कुंडली

उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय ने निलंबित कुलसचिव के विवादों की फाइलें तैयार कर ली गई हैं। मंगलवार को सूची के अनुरूप फाइल में एक-एक दस्तावेज सतर्कता के सुपुर्द किया जाएगा। इसके बाद प्रकरण की जांच रफ्तार पकड़ पाएगी। विवि से मिले दस्तावेजों का अध्ययन करने के बाद ही सतर्कता विभाग मिश्रा को पुलिस रिमांड पर लेने पर निर्णय लेगा। 

भ्रष्टाचार के आरोप में मृत्युंजय मिश्रा की गिरफ्तारी के बाद सतर्कता विभाग ने आयुर्वेद विश्वविद्यालय से मिश्रा के विवाद और भ्रष्टाचार से जुड़ी फाइलें मांगी हैं। इसके लिए सतर्कता की टीम ने विवि को लंबी सूची सौंपी थी। इस सूची के अनुरूप विवि ने मिश्रा के कार्यकाल की सभी फाइलों को खंगालते हुए एक-एक दस्तावेज को अलग करते हुए दूसरी फाइल तैयार की हैं।

 खासकर मिश्रा के कार्यकाल में उपनल से लेकर विवि स्तर पर हुई नियुक्तियां, खरीदारी, जारी और खर्च बजट, कैंटीन, छात्रावास आवंटन, संबद्ध कॉलेजों से मिले शुल्क, परीक्षा शुल्क, संचालन आदि की विस्तृत जानकारी एकत्र की गई है। इसके लिए विवि की टीम कुलपति के निर्देशन में चार दिनों से दिनरात काम कर रही थी। सोमवार को फाइलें तैयार होने के बाद सतर्कता को सूचना दी गई। लेकिन कुछ जानकारी शेष रहने पर सतर्कता की टीम ने फाइलों का अवलोकन के बाद मंगलवार को फाइलें प्राप्त करने की बात कही। सतर्कता निदेशक अपर पुलिस महानिदेशक राम सिंह मीणा ने कहा कि विवि ने सभी दस्तावेज तैयार कर लिए हैं। इन दस्तावेजों का अध्ययन करने के बाद मिश्रा पर लगे आरोपों के सबूत जुटाए जाएंगे। उम्मीद है, विवि से जो दस्तावेज मिल रहे हैं, उसके आधार पर बड़ी कार्रवाई होगी। 

फाइलों से खुलेंगे घपलों के राज 

विवि से जो फाइलें सतर्कता को मिल रही हैं, उनसे कई बड़े राज खुलने की उम्मीद है। खासकर मिश्रा के कार्यकाल में प्रदेश के वरिष्ठ नौकरशाहों के परिजनों को नौकरी से लेकर नौकर देने तक की कहानी साफ हो जाएगी। उपनल के मार्फत कितने को नौकरी दी गई, इस पर भी स्थिति साफ हो जाएगी। इसके अलावा विवि में निर्माण से लेकर जरूरी सामग्री की आपूर्ति करने वाली फर्म और उनको जारी बजट का खुलासा होगा। 

बेटी के पक्ष में सामने आए पिता 

मिश्रा प्रकरण में अंडरग्राउंड चल रही नूतन रावत को सामने लाने में पिता की भूमिका भी अहम बताई जा रही है। नूतन के पिता सोमवार को कोर्ट पहुंचे। यहां बेटी पर लगे आरोपों को लेकर वकीलों से राय मांगते दिखे। नूतन के पिता बीएस रावत पूर्व सैनिक हैं। बेटी पर लगे आरोपों के बाद वह बेहद परेशान हैं। उन्होंने कहा कि उनकी बेटी कंपनी चलाती है, ऐसे में उस पर लगाए गए आरोप गलत हैं। 

आयुर्वेद विवि से यूटीयू तक जाएगी जांच की आंच

उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के निलंबित कुलपति अपने पुराने मामलों में भी फंसते नजर आ रहे हैं। उत्तराखंड तकनीक विश्वविद्यालय में तैनाती के दौरान उन पर लगे लाखों रुपये के घपले के आरोपों को भी सतर्कता विभाग ने अपनी जांच में शामिल कर लिया है। इस मामले में जल्द सतर्कता की टीम उत्तराखंड तकनीकि विवि जा सकती है। 

वर्ष 2007 में उत्तराखंड तकनीक विश्वविद्यालय में बतौर रजिस्ट्रार रहते हुए मृत्युंजय मिश्रा विवादों में रहे। उन पर विवि में 80 लाख से ज्यादा की गड़बड़ी के आरोप लगे। इस मामले में उनको वहां से हटाकर परीक्षा नियंत्रक बनाया गया। यहां से मिश्रा को उत्तराखंड आयुर्वेद विवि का कुलसचिव बना दिया गया। सतर्कता की जांच में फंसने के बाद अब मिश्रा के पुराने कारनामों को भी जांच में शामिल किया जा रहा है। सतर्कता निदेशक राम सिंह मीणा का कहना है कि यूटीयू में मिश्रा पर लगे आरोपों को भी वर्तमान जांच में शामिल किया जाएगा। इसके लिए जल्द सतर्कता की टीम यूटीयू जाएगी।

यूटीयू में कौन जूनियर मिश्रा

उत्तराखंड तकनीक विश्वविद्यालय में भी विवाद कम नहीं हैं। यहां पूर्व कुलपति के करीब रहे कुछ कर्मचारियों पर गड़बड़ी के आरोप लगते रहे हैं। विवि में संविदा पर तैनात कुछ कर्मचारी भी मिश्रा की राह पर चल रहे हैं। इनको लेकर अक्सर विवि में विवाद की स्थिति बनी रहती हैं। मिश्रा की गिरफ्तारी के बाद इन लोगों की चर्चाएं इन दिनों खूब हो रही हैं। लोग यहां तक कह रहे हैं कि यूटीयू में भी कई जूनियर मिश्रा तैयार हो रहे हैं।

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