ब्लूबेरी कैसे वजन घटाने में मदद करती हैं, जानिए इसके पीछे का कारण

भारत में स्ट्रॉबेरी की तरह ब्लूबेरी इतनी मशहूर न हुई हों. लेकिन स्वास्थ्य के लिए ये काफी लाभकरी मानी जाती हैं. ऐसे में इन्हें सुपरफूड कहना गलत न होगा. ब्लूबेरी उत्तर अमेरिका में उत्पन्न हुईं थीं. जिनसे हमारे पूर्वज स्ट्यू, सूप और मीट तैयार किया करते थे. स्वाद में ये टार्टी (कसैली) होती हैं. अब लोग इन्हें मफिन, चीजकेक और टार्ट बनाने के लिए इस्तेमाल करते हैं. अमेरिका के लोग इसे ‘स्टार बेरी’ भी कहते थे. इसकी पत्तियां औषधीय गुण अपने अंदर समाए है. इसकी पत्तियों से तैयार चाय खून साफ करती है. ब्लूबेरी का जूस, जुकाम और खांसी बेहतर करने में मददगार है. भारतीय बाजार में ये मिलती तो हैं लेकिन काफी महंगी होती हैं.

ब्लूबेरी में होता है क्या-क्या?
बताई गई मात्रा 100 ग्राम ब्लूबेरी की है.

कैलोरी- 57

फैट- 0.3 ग्राम
सोडियम- 1 मिलीग्राम
पोटैशियम- 77 मिलीग्राम
कार्बोहाइड्रेट्स- 14 ग्राम
डायट्री फाइबर- 2.4 ग्राम
शुगर- 10 ग्राम
प्रोटीन- 0.7 ग्राम

क्यों कहते हैं इसे सुपरफूड?
नीले और गाढ़े बैंगनी रंग में दिखने वाली ब्लूबेरी बेहतर स्वास्थ्य और तंदरुस्ती के लिए जानी जाती हैं. इसमें सभी जरूरतमंद पौष्टिक तत्व मौजूद होते हैं. इसमें पोटैशियम, कार्बोहाइड्रेट्स और डायट्री फाइबर पाया जाता है. मौजूदा एंटी-ऑक्सीडेंट गुण, पाचन तंत्र को मजबूत बनाते हैं. कई बीमारियों में इसकी पत्तियां कारगर हैं. इसलिए इसे सुपरफूड कहा जाता है.

ब्लूबेरी के फायदे
– ब्लूबेरी, एंटी-ऑक्सीडेंट्स का पावरहाउस मानी जाती हैं. इसमें मौजूद एंथोसायनडिन नामक तत्व, खून से फ्री-रैडिकल्स निकालने में मदद करता है. कार्डियोवसकुलर सिस्टम और पाचन तंत्र दोनों ही को मजबूत बनाता है.
– ऑरिगन स्टेट यूनिवर्सिटी में हुए शोध से पता चला है कि ब्लूबेरी में मौजूद टेरॉस्टिलबेने नामक तत्व पाचन क्रिया को मजबूत बनाता है. बैक्टीरियल इंफेक्शन को खत्म करता है.
– ब्लूबेरी में मौजूद फ्लेवेनॉइड्स और एंटी-इंफ्लेमेट्री गुण, जुकाम और खांसी की समस्या से बचाते हैं.
– यूनिवर्सिटी ऑफ इस्टर्न फिनलैंड के शोधकर्ताओं का कहना है कि ब्लूबेरी उच्च रक्तचाप की समस्या को नियंत्रित करती हैं. जो मोटापे का एक कारण हो सकता है.
– कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखने में ब्लूबेरी मददगार हैं. ये ब्लड फैट को कंट्रोल करती हैं, धमनियों में किसी भी तरह की रुकावट होने से बचाती हैं. कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित रहेगा तो दिल से जुड़ी समस्याओं का खतरा भी कम होगा.
– ब्लूबेरी विटामिन्स, मिनरल्स और फाइबर का अच्छा स्रोत मानी जाती हैं. रोज एक कप ब्लूबेरी, शरीर में 15 ग्राम शुगर की मात्रा को पूरा करती हैं. एक कप ब्लूबेरी, एक छोटे सेब के बराबर पोषक तत्व देती हैं.
– कई फ्री-रैडिकल्स ऐसे होते हैं जो DNA नष्ट करते हैं. ऐसे में ब्लूबेरी का सेवन इससे आपको बचाता है. ये एजिंग प्रक्रिया को धीमा करती हैं.
– इसमें मौजूद फाइबर, कब्ज की समस्या से राहत दिलाता है.

ब्लूबेरी के नुकसान
– अति हर चीज की बुरी होती है. ऐसे में अगर आप एक कप से ज्यादा ब्लूबेरी का सेवन करते हैं तो डायटरिया और पेट में दर्द, ऐंठन की समस्या हो सकती है.
– जिन लोगों को सैलीसाइलिक एसिड सूट नहीं करता वे भी इसे लेने से बचें. ब्लूबेरी खाने से अगर सिरदर्द, गैस, ब्लोटिंग जैसी समस्या होने लगे तो इसे लेना अवॉइड करें.
– ब्लूबेरी में विटामिन-के पाया जाता है जिससे लोगों को त्वचा संबंधित समस्याएं हो सकती हैं.
– डायट में ब्लूबेरी शामिल करना चाहते हैं तो डॉक्टर की सलाह से ही ऐसा करें.

बालों के लिए ब्लूबेरी
– ब्लूबेरी में प्रोएंथोसायनडिन, बालों को मजबूत बनाता है और झड़ने की समस्या को खत्म करता है.
– जैतून के तेल में ब्लूबेरी भिगोकर रखें. इसकी मालिश करें. गुनगुने पानी से शैंपू कर इसे निकाल दें.
– ब्लूबेरी विटामिन बी12 का अच्छा स्रोत मानी जाती हैं जो उम्र से पहले बालों को ग्रे होने से रोकती हैं.

त्वचा के लिए ब्लूबेरी
– रूखी और बेजान त्वचा से छुटकारा पाने के लिए ब्लूबेरी फेस टॉनिक का इस्तेमाल कर सकते हैं.
– मुंहासों में ब्लूबेरी मास्क का इस्तेमाल सबसे अच्छा विकल्प है. ब्लूबेरी में सैलीसायलेट्स नामक तत्व पाया जाता है. जो सैलीसाइलिक एसिड का एक प्रकार होता है. ये डेड स्किन और मुंहासों की समस्या से निजात दिलाता है.
– ब्लूबेरी मैश कर लें. उसमें हल्का नींबू और शहद मिलाएं. मास्क चेहरे पर 20 मिनट के लिए लगाएं. गुनगुने पानी से इसे निकाल दें. मुंहासों की समस्या कम होगी.
– तीन बड़े चम्मच दही में थोड़ी-सी ब्लूबेरी मिलाकर पीस लें. इसे पेस्ट के रूप में तैयार कर लें. 20 से 30 मिनट के लिए मास्क चेहरे पर लगाएं. झुर्रियां, रुखापन, कालापन, सभी चीजें बेहतर होंगी.

वजन घटाने के लिए ब्लूबेरी
स्माइल स्टूडियो, ग्रेटर कैलाश की डायटीशियन, डॉ. कविता देवगन बताती हैं कि ‘’ब्लूबेरी में सबसे ज्यादा एंटी-ऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं. ये ओआरएसी (ऑक्सीजन रैडिकल एबसॉर्बेंस कैपेसिटी) जो एंटी-ऑक्सीडेंट्स का एक हिस्सा होता है, में काफी हाई होती हैं. कैलोरी में कम होती हैं. कई रिसर्च में पाया गया है कि ये शरीर में फैट बर्न की प्रक्रिया को बढ़ावा देती हैं. ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रखती हैं. जिसके कारण ब्लूबेरी वजन घटाने में मदद करती हैं.

इसे स्टोर करके रखने का तरीका
– ऐसी ब्लूबेरी खरीदें जो हल्की मुलायम हों. उनमें नमी न हो. फ्रिज में रख सकते हैं. अच्छा है अगर कुछ ही दिनों में इन्हें डायट में शामिल कर खत्म कर लें.
– लंबे समय तक रखने के लिए ब्लूबेरी को बेकिंग शीट पर रखें. फ्रिजर में जमने के लिए रख दें. जमने के बाद इन्हें प्लास्टिक बैग में करके रखें. ऐसा करने से हालांकि, इनका रंग उड़ जाएगा लेकिन स्वाद में कोई फर्क नहीं आएगा.

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