बिहार बोर्ड की 12वीं की परीक्षा में फिर घोटाले की सुगबुगाहट

बिहार बोर्ड के इंटर के नतीजे मंगलवार को घोषित किए गए. नतीजों की घोषणा के तुरंत बाद ही रिजल्ट पर विवाद शुरू हो गया. सबसे पहले इस बात पर विवाद हुआ कि बिहार बोर्ड के 64 फ़ीसदी छात्र परीक्षा में फेल हो गए और अब ताजा विवाद बिहार बोर्ड के आर्ट्स टॉपर गणेश कुमार को लेकर हुआ है.

बिहार बोर्ड की 12वीं की परीक्षा में फिर घोटाले की सुगबुगाहट

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परीक्षा के नतीजों की घोषणा के बाद से ही गणेश कुमार गायब है. वह झारखंड के गिरीडीह का रहने वाला है लेकिन इंटर की पढ़ाई करने के लिए वह 250 किलोमीटर दूर बिहार के समस्तीपुर पहुंचा. समस्तीपुर में गणेश ने रामनंदन सिंह जगदीश नारायण कॉलेज में 2015 में दाखिला लिया.

बोर्ड के नतीजे घोषित होने के बाद गणेश कुमार ना ही समस्तीपुर में है ना ही अपने घर गिरिडीह में है. जिसकी वजह से इस बात को लेकर सवाल उठ रहे हैं कि कहीं गणेश कुमार फर्जी टॉपर तो नहीं? इसी बात की जानकारी लेने के लिए ‘आज तक’ की टीम बुधवार को समस्तीपुर पहुंची और सबसे पहले उस कॉलेज में गई जहां पर गणेश कुमार ने इंटर का दाखिला लिया था. जांच के दौरान आज तक की टीम को गणेश का एडमिशन फॉर्म हाथ लगा, जो उसने 2015 में कॉलेज में दाखिला लेते वक्त जमा किया था. एडमिशन फॉर्म पर एक नजर डालते ही उसमें कई खामियां नजर आईं.

1. आखिर क्यों गणेश कुमार ने गिरिडीह से 250 किलोमीटर दूर समस्तीपुर में इंटर की पढ़ाई के लिए दाखिला लिया?
2. गणेश ने एडमिशन फॉर्म में अपनी जन्म तिथि 2 जून 1993 दिखाई है. जिसका मतलब वह 24 साल का है. आमतौर पर इंटर की परीक्षा देने वाले छात्र की उम्र 17 से 19 साल के बीच होती है.
3. गणेश ने इंटर कॉलेज में दाखिला किस दिन लिया, तारीख का जिक्र एडमिशन फॉर्म में नहीं है.
4. लड़का होते हुए गणेश ने होम साइंस और म्यूजिक जैसे सब्जेक्ट को इंटर की पढ़ाई के दौरान चुना.
5. गणेश के एडमिशन फॉर्म में स्थानीय पता नहीं बताया क्या है, हालांकि स्थाई पता गिरिडीह, झारखंड के रूप में लिखा हुआ है.

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