पूर्व मंत्री कमल पटेल को BJP ने दिया नोटिस, चंद घंटे बाद संगठन मंत्री से मिलने पहुंचे

भोपाल. रेत के अवैध खनन को लेकर अफसरों पर 5000 करोड़ रुपए डकारने का आरोप लगा रहे पूर्व मंत्री व भाजपा नेता कमल पटेल पर पार्टी भड़क गई है। पिछले कई दिनों की बयानबाजी के बाद अंतत: शुक्रवार को प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान ने पटेल को नोटिस जारी कर दिया।
पूर्व मंत्री कमल पटेल को BJP ने दिया नोटिस, चंद घंटे बाद संगठन मंत्री से मिलने पहुंचे
 
इसमें चौहान ने पटेल की बयानबाजी को घोर अनुशासनहीनता बताते हुए सात दिन में जवाब मांगा है। साथ ही कहा है कि खुद आकर स्पष्टीकरण दो वर्ना निलंबित किया जाएगा। कमल पटेल को जैसे ही इस नोटिस की जानकारी मिली, वे भाजपा दफ्तर पहुंचे और संगठन महामंत्री सुहास भगत को सफाई दी। साथ ही बताया कि उनकी लड़ाई अफसरों से है जो नर्मदा सेवा यात्रा के गुजरने के बाद नर्मदा से रेत खनन करवा रहे थे। बहरहाल, सुहास भगत से मिलने के बाद पटेल से जब मीडिया ने सवाल किए तो उन्होंने कहा कि अभी तक कोई नोटिस नहीं मिला। जहां तक बयानबाजी में अनुशासनहीनता का सवाल है तो मैंने ऐसा नहीं किया। पार्टी मेरी मां है, जिसने मुझे यहां तक पहुंचाया।

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पटेल को दिए नोटिस में लिखा
‘आपके जैसे जिम्मेदार नेता सुनियोजित तरीके से, अनावश्यक रूप से और बदनीयती से भाजपा की सरकार व प्रशासन के विरुद्ध लगातार सार्वजनिक तौर पर मीडिया/सोशल मीडिया पर तथ्यहीन बयानबाजी कर रहे हैं। इससे पार्टी व सरकार की छवि को आघात पहुंचा है। यह कृत्य घोर अनुशासनहीनता के दायरे में आता है। आपके इस कृत्य के लिए क्यों न पार्टी से आपको निलंबित किया जाए? सात दिन में स्वयं मौजूद रहकर स्पष्टीकरण दें।’
 
सांसद भगत बोल पड़े-क्या यहां बिसेन परिवार का राज है?
भाजपा में गुटबाजी अब खुलकर सामने आने लगी है। सागर में जिलाध्यक्ष और विधायक के बीच अनबन के बाद बालाघाट से भाजपा सांसद बोध सिंह भगत एक स्थानीय कार्यक्रम के दौरान अपमान होने पर संचालन कर रही महिला पर नाराज हो गए। गुस्से में नियंत्रण खोते हुए उन्होंने महिला से यहां तक कह दिया कि आप क्या समझतीं हैं, यहां केवल गौरीशंकर बिसेन और उनके परिवार का राज है? यहां बता दें कि बिसेन मप्र सरकार में कृषि मंत्री हैं। जब भगत ने यह बात कही, बिसेन मंच पर मौजूद रहे। गुरुवार को बालाघाट में सामूहिक दिव्यांग विवाह समारोह रखा गया था। इसके मंच पर बैठे लोगों के स्वागत के समय सभी अतिथियों के नाम पुकारे गए, लेकिन भगत का नाम नहीं लिया गया। इससे वे भड़क उठे और माइक पर जाकर मंच संचालन कर रही महिला को फटकार लगा दी। उन्होंने कहा कि यहां सांसद भी है बोधसिंह भगत, हमारा भी ध्यान रखा करो। हमको हल्के में मत लेना। सवा लाख के बराबर है हम। भूल है ये आपकी, रावण की लंका में एक विभीषण ही काफी हैं। ऐसी फटकार सुनकर कार्यक्रम में कुछ समय के लिए सन्नाटा छा गया। भाजपाई सन्न रह गए। सांसद की तीखी फटकार के बाद गौरीशंकर बिसेन ने उनके द्वारा कहे गए शब्दों पर कोई टिप्पणी नहीं की, लेकिन उन्होंने यह कहकर सांसद भगत के प्रति आभार व्यक्त किया कि वे दिल्ली में आयोजित बैठक छोड़कर इस कार्यक्रम में शामिल हुए हैं। मंच संचालक सुषमा नाविक भी सांसद के गुस्से का रूख समझकर उनसे बार-बार अपनी गलती पर माफी मांगती नजर आईं।
 
73 साल के यादव बोले-मैं अगला चुनाव नहीं लडूंगा
सुरखी (सागर) से भाजपा विधायक पारुल साहू के चुनाव नहीं लड़ने की मंशा जाहिर करने के बाद अब 73 साल के हो चुके सागर संसदीय सीट से भाजपा सांसद लक्ष्मीनारायण यादव ने भी कहा कि वे अगला चुनाव नहीं लड़ना चाहते। यहां बता दें कि विधायक बाबूलाल गौर और सरताज सिंह को मंत्रिमंडल से हटाते समय आलाकमान ने 75 वर्ष का क्राइटेरिया तय किया था कि इस उम्र के लोगों को टिकट नहीं मिलेगा। साफ है कि यादव 2019 के चुनाव तक 75 वर्ष के हो जाएंगे। यादव शुक्रवार को प्रधानमंत्री के 3 साल पूरे होने पर मीडिया से चर्चा कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने 2019 का चुनाव नहीं लड़ने की बात कही है। यादव ने कहा कि जनता की जितनी सेवा करना थी कर ली। अब मैं अगले चुनाव के लिए आवेदन नहीं करूंगा। हालांकि बाद में उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी कहेगी तो चुनाव लडूंगा। पारूल साहू को लेकर सांसद ने कहा कि चुनाव नहीं लड़ने का बयान देने में उन्होंने जल्दबाजी कर दी। पारूल में अभी मैच्योरिटी कम है। वे कम उम्र की महिला हैं। उन्हें तो पार्टी में और आगे जाना था। यादव योजनाओं व प्रोजेक्ट के क्रियान्वयन को लेकर भी नाराज दिखे। उन्होंने कहा कि अफसरों की मर्जी चल रही है। मुझे ही एक काम के लिए भोपाल में अफसरों के हाथ जोड़ने पड़े थे। दरअसल, सत्तर 70 साल से जो सिस्टम है, उसमें अभी तक कोई बदलाव नहीं हुआ है।
 
पहले सीएम को बताया फिर नोटिस जारी किया
पटेल को नोटिस देने से पहले भाजपा प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार चौहान और संगठन महामंत्री सुहास भगत सीएम हाउस पहुंचे। वहां, सीएम शिवराज सिंह चौहान से चर्चा के बाद पार्टी ने कमल पटेल को नोटिस जारी कर दिया।
 
सुदीप का कमेंट- यह पावर इंजेक्शन था
कमल पटेल के बेटे सुदीप ने कलेक्टरों को कार्रवाई का अधिकार देने पर कमेंट करते हुए वॉट्स एप पर लिखा है कि सभी कलेक्टरों को सीएम साहब ने कमल पटेल कंपनी का पावर इंजेक्शन लगाया है। इसीलिए कार्रवाई हो रही है। यह मर्द बनने का इंजेक्शन है। इधर, कमल पटेल ने भी सोशल मीडिया पर लिखा है कि बीच रास्ते से लौटने का कोई फायदा नहीं। लौटने पर जितनी दूरी तय करनी पड़ती है, उतने समय में लक्ष्य तक पहुंच सकते हैं।
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