पद्मश्री सुदेवी की वीजा अवधि एक साल के लिए बढ़ी , राष्ट्रीय सम्मान लौटाने की दी थी धमकी।

गोवंश की मदर टेरेसा अब वापस अपने वतन नहीं जाएंगी। तीन दशक पूर्व अपना वतन गोसेवा के लिए छोड़ भारत में आकर बसीं फ्रेडरिक इरिन ब्रूनिंग (सुदेवी) की वीजा अवधि एक वर्ष के लिए और बढ़ गई है। बेसहारा और असहाय गोवंश की सेवा के लिए सुदेवी को भारत सरकार ने इसी वर्ष पदमश्री से सम्मानित किया है। उनके वीजा की अवधि 25 जून तक की थी जोकि अब एक वर्ष के बढ़ गई है। इस समाचार से सुदेवी के चेहरे पर खुशी छाई है। दैनिक जागरण को सुदेवी ने बताया कि वे जीवन की अंतिम सांस तक ब्रज में रहकर गोवंश की सेवा करना चाहती हैं।

बता दें कि निवर्तमान विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने गोवर्धन में रह रहीं जर्मन की मूल नागरिक फ्रेडरिक इरिन ब्रूनिंग (सुदेवी) का वीजा विस्तार आवेदन निरस्त होने की रिपोर्ट तलब किया था। सुदेवी ने 12 मई को लखनऊ स्थित एफआरओ (फॉरेन रजिस्ट्रेशन ऑफिस) में ऑनलाइन आवेदन किया था। 22 मई को बगैर कोई कारण बताए आवेदन निरस्त कर दिया गया। व्यथित सुदेवी ने पदमश्री सम्मान वापस कर जर्मन लौटने की घोषणा कर दी। ‘दैनिक जागरण’ में इस घटनाक्रम की प्रकाशित खबर से पूरे ब्रज क्षेत्र में हलचल मच गई। विधायक कारिंदा सिंह ने सुदेवी से मुलाकात कर वीजा विस्तार के लिए मुख्यमंत्री से बात करने का आश्वासन दिया, साथ ही पदमश्री सम्मान न लौटाने का आग्रह किया था। सर्वोच्च न्यायालय के अधिवक्ता सार्थक चतुर्वेदी ने भी वीजा विस्तार को सम्बंधित अधिकारियों से मिलने की बात कही । इसी बीच, रविवार को निवर्तमान विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट किया था कि उन्हें पूरी जानकारी मिल गई है, सुदेवी की वीजा विस्तार आवेदन निरस्त करने की रिपोर्ट तलब की गई है।

 

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