पंजाब में बारिश रुकने के बावजूद पंजाब में बाढ़ की स्थिति गंभीर…

पंजाब में बारिश रुकने के बावजूद पंजाब में बाढ़ की स्थिति गंभीर है। बारिश रुकने से रूपनगर, लुधियाना व नवांशहर के ज्यादातर हिस्सों में फिलहाल थोड़ी राहत मिली है, लेकिन फिरोजपुर, कपूरथला व जालंधर में मुश्किलें कम नहीं हुई हैैं। भाखड़ा डैम से सतलुज दरिया में पानी छोडऩे से सुल्तानपुर लोधी (कपूरथला) के गांव दारेवाल मडाला के निकट बनाया धुस्सी बांध टूट गया। इससे 16 गांव पानी की चपेट में आ गए और सैकड़ों लोग फंस गए। इसी तरह जालंधर के 33 गांवों में बाढ़ में 18000 लोग फंस गए हैं। सेना व एनडीआरएफ की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। नदियों में उफान और रेल पुलों पर पानी के दबाब के कारण रेल सेवा भी प्रभावित हुआ है। छह ट्रेनों को बुधवार को भी रद कर दिया गया है।

जालंधर की शाहकोट सबडिवीजन के लोहिया इलाके के लगभग 33 गांवों में बाढ़ में फंसे लगभग 18,000 लोगों को भाेजन और पानी उपलब्ध करवाने के लिए सेना व वायुसेना के हेलीकॉप्टर पहुंच गए हैं। जालंधर के लोहियां खास (शाहकोट) में सेना और एयरफोर्स की ओर बाढ़ पीढ़ितों को राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है। शाहकोट के 33 गांव बाढ़ की चपेट में हैं। यहां आर्मी और वायु सेना के छह हेलीकॉप्टरों की मदद से पीड़ित लोगों के लिए 36,000 पराठें, पानी और सूखे राशन के 18,000 पैकेट एयरड्राप किए गए हैं।

डीसी वरिंदर कुमार शर्मा, एसएसपी देहात नवजोत सिंह माहल, स्मार्ट सिटी सीईओ जतिंदर जोरवाल, एसडीएम परमजीत सिंह व अन्य अधिकारी राहत और बचाव कार्य की निगरानी कर रहे हैं। दूसरी ओर गांव मंडियाला में सेना के जवान 150 मीटर के ब्रीच को भरने में जुटे हैं।

जालंधर के 50 गांवों के करीब 50 हजार लोग अब भी प्रभावित

जालंधर में शाहकोट और लोहियां में हालात बेकाबू होते देख प्रशासन ने सेना के अतिरिक्त जवान राहत कार्य में लगा दिए हैं। प्रभावित इलाकों में फंसे लोगों तक राहत सामग्री पहुंचाने के लिए वायुसेना की भी मदद ली गई। अभी तक जिले के 50 गांवों के करीब 50 हजार लोग बाढ़ से प्रभावित हैं।

छह ट्रेनें तीसरे दिन भी रद

बाढ़ का असर रेलसवा पर भी पड़ा है और राज्‍य में लगातार तीसरे दिन ट्रेनों का आवागमन प्रभावित हुआ हे। फिरोजपुर से जालंधर आने और जालंधर से फिरोजपुर जाने वाली छह ट्रेनों को तीसरे दिन भी रद कर दिया गया है। इनमें जालंधर फिरोजपुर 54643, जालंधर से फिरोजपुर जाने वाली 74931, फिरोजपुर से जालंधर जाने वाली 74932, फिरोजपुर से जालंधर जाने वाली 74934, जालंधर से फिरोजपुर जाने वाली 54643, जालंधर होशियारपुर 54638, जालंधर होशियारपुर 54637 को रद्द कर दिया गया।  54644 फिरोजपुर कैंट जालंधर सिटी पैसेंजर ट्रेन को और फिरोजपुर कैंट के बीच रद किया गया है। इसी तरह अहमदाबाद जम्मूतवी  जालंधर कैंट स्टेशन से ही चलाया जा रहा है। ट्रेन नं.9224 जम्मूतवी अहमदाबाद जालंधर कैंट स्टेशन से शाम के 5 बजे चलेगी।

कपूरथला के गांव दारेवाल मडाला के पास धुस्‍सी बांध टूटा

कपूरथला के सुल्तानपुर लोधी क्षेत्र के गांव दारेवाल मडाला के निकट धुस्सी बांध टूट गया। इससे 16 गांव पानी में डूब गए और काफी संख्‍या में लाेग फंस गए। सेना और एनडीआरएफ की टीमों ने इन गांवों से 200 से अधिक लोगों को वहां से निकाला है और अब भी लोगों को बाहर निकालने में जुटी हैं। गांवों में अ‍ब भी सैकड़ों लोगों के फंसे होने की खबर हैं। इनमें बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं भी शामिल हैं।

नवांशहर में धुस्सी बांध बचाने के लिए देर रात को सेना ने संभाला मोर्चा

दूसरी तरफ नवांशहर में मंढाला-ताजोवाल गांव के नजदीक सतलुज नदी के धुस्सी बांध का हिस्सा कमजोर होने पर उसे टूटने से बचाने के लिए रात से सेना व प्रशासन की टीम जुटी हुई है। डीसी विनय बबलानी ने कहा कि काम तेजी से जारी है ताकि बांध को टूटने से बचाया जा सके। सतलुज दरिया में छोड़ा गया पानी  फिरोजपुर पहुंचने पर लोगों की परेशानी बढ़ गई है।

 

फिरोजपुर में सेना व एनडीआरएफ ने पानी में फंसे 95 लोगों को निकाला

भाखड़ा डैम से सतलुज दरिया में छोड़ा गया पानी  फिरोजपुर में पहुंचने पर लोगों की परेशानी बढ़ गई है। सेना व एनडीआरएफ ने निहालेवाला गांव को खाली कराया और पानी में फंसे 95 ग्रामीणों को निकाला। सतलुज में बढ़ते जलस्तर के मद्देनजर हुसैनीवाला हेड से मंगलवार सायं पाकिस्तान की ओर 57000 क्यूसिक पानी छोड़ा गया। बीएसएफ चौकियों के पानी से घिर जाने के कारण जवानों को भी कई मुश्किलें पेश आ रही है।

 

भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड ने तीन राज्‍यों के अधिकारियों से हालत पर बैठक की

उधर, भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड ने भी पंजाब, हरियाणा व राजस्थान के अधिकारियों के साथ बैठक की।  भाखड़ा का जलस्तर 1680 फीट बरकरार रखने का फैसला किया गया है और अतिरिक्त पानी सतलुज में छोड़ा जाएगा। बीबीएमबी के सूत्रों ने बताया कि मंगलवार को 34 हजार क्यूसिक पानी टरबाइन के जरिए छोड़ा गया, जबकि 44 हजार क्यूसिक पानी  स्पिलवे गेट खोलकर छोड़ा गया है। फिलहाल बारिश बंद होने के कारण केवल 51 हजार क्यूसिक पानी ही आ रहा है, जबकि डैम से 76 हजार क्यूसिक पानी छोड़ा जा रहा है। आज (बुधवार को)  इसे और कम किया जाएगा। मीटिंग में यह भी फैसला किया गया कि 31 अगस्त तक पानी का स्तर 1675 फीट तक लाया जाएगा।

बाढ़ से पंजाब में 1700 करोड़ का नुकसान

पंजाब और हिमाचल प्रदेश में बारिश रुकने से राहत तो मिली है, लेकिन तीन दिन की बारिश से पंजाब में 1700 करोड़ रुपये का नुकसान हो गया है। यह अभी प्रारंभिक आंकड़ा है जो कैबिनेट सचिव ने मंगलवार को मुख्य सचिव करण अवतार सिंह से लिया है। दूसरी तरफ बाढ़ से प्रभावित रूपनगर, नवांशहर व लुधियाना में स्थिति में सुधार हो रहा है। पानी का स्तर घटने से लोग अपने घरों में लौटने लगे हैैं, लेकिन जालंधर व फिरोजपुर में समस्या बरकरार है।

कैबिनेट सचिव ने तलब की नुकसान की रिपोर्ट

इससे पहले मंगलवार सुबह कैबिनेट सचिव पीके सिन्हा ने पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश के मुख्य सचिवों के साथ मीटिंग करके नुकसान की रिपोर्ट तलब की। साथ ही उन्होंने बाढ़ से पैदा हुई स्थिति के बाद बचाव कार्यों की समीक्षा भी की। पंजाब ने कैबिनेट सचिव को 1700 करोड़ रुपये का नुकसान होने की रिपोर्ट दी है। पंजाब सरकार ने इंफ्रास्ट्रक्चर, फसलों आदि के नुकसान की सूची केंद्र सरकार को सौंप दी है। जल्द ही केंद्रीय टीम नुकसान का जायजा लेने आएगी। बताया जाता है कि हिमाचल प्रदेश ने 600 करोड़ और हरियाणा ने 850 करोड़ रुपये के नुकसान होने का आकलन भेजा है।

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पंजाब में इस क्षेत्र में हुआ इतना नुकसान

फसलों का नुकसान : 750 करोड़ रुपये

इंफ्रास्ट्राक्चर का नुकसान : 150 करोड़

गांवों की लिंक रोड : 150 करोड़

हाईवे, पुलों का नुकसान : 100 करोड़

ग्रामीण पेयजल उपलब्ध करवाने वाले इंफ्रास्ट्रक्चर का नुकसान : 50 करोड़

शहरों में नुकसान : 100 करोड़

टयूबवेलों और डीजल पंपसेट : 50 करोड़

बिजली के खंभों व ट्रांसफार्मर का नुकसान : 100 करोड़

पशु डिस्पेंसरियों, पशुधन व ड्रेनों का नुकसान : 200 करोड़

अन्य : 50 करोड़

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पाकिस्तान ने बनाया बांध

बताया जाता है कि पाकिस्तान ने बाढ़ जैसी स्थिति से बचने के लिए अपने हिस्से में एक बड़ा बांध इन दिनों बना लिया है, जिससे सारा पानी वापस फिरोजपुर जिले के ममदोट ब्लॉक व फाजिल्का में वापस आता दिखाई दे रहा है। हालांकि फाजिल्का से यह पानी एक बार फिर पाकिस्तान की ओर जा रहा है।

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रूपनगर में 600 छात्रों ने छोड़ा आइआइटी कैंपस

दूसरी ओर, रूपनगर के आइआइटी के कैंपस में बाढ़ का पानी घुसने के कारण अगले सोमवार तक छुट्टी कर दी गई है। आइआइटी में करीब 600 छात्र मौजूद थे जिन्होंने अब कैंपस छोड़ दिया है। आइआइटी के 13 छात्र एक दिन के लिए चंडीगढ़ स्थित किसान भवन में रुके थे। मंगलवार को वह भी अपने घरों को रवाना हो गए।

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