नोटिस का जबाब देने हजरतगंज कोतवाली पहुंचे सूर्य प्रताप सिंह

पिछली सरकार में उठाता था, इस सरकार में भी उठाता रहूंगा जनता के मुद्दे
लखनऊ : कोविड19 महामारी में कभी कम जांच को लेकर तो कभी भ्रष्टाचार का मुद्दा सोशल मीडिया पर उठाने को लेकर सरकार की तरह से दर्ज दो मुकदमे (एक हजरतगंज एवं एक हसनगंज) में मिली नोटिस का जबाब बुधवार को पूर्व आईएएस डॉ एसपी सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद लिखित जबाब हजरतगंज कोतवाली जाकर आईओ को सौंप दिया। अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में एसपी सिंह ने कहा कि मैं पूर्ववर्ती सरकार में भी जनता से जुड़े मुद्दे उठाता रहा हूँ, और इस सरकार में भी उठाता रहूंगा। जनसरोकार के मुद्दों को उठाने से मुझे नहीं रोका जा सकता ये मेरा मौलिक अधिकार है।
उन्होंने कहा कि जब मैं पिछली सरकार में मुद्दे उठाता तो यही लोग मेरी पीठ थपथपाते नहीं थकते थे आज इन्हें बुरा लग रहा है। मैंने मुख्य सचिव से पूछा था कि इतनी बड़ी आबादी में इतनी कम जांच नाकाफी है, इस पर मुख्य सचिव को जबाब देना चाहिए। लेकिन जबाब की जगह मेरे ऊपर अफवाह फैलाने के जुर्म में एफआईआर दर्ज करा दिया गया। मैंने दूसरा सवाल कानपुर बिकरु कांड को लेकर अपर मुख्य सचिव गृह से पूछा था कि गैंगस्टर विकास दुबे का खजांची जय वाजपेयी से आपके क्या रिश्ते हैं …? क्या आपके घर के कार्यक्रम में जय वाजपेयी नहीं आया था ….? क्या जय वाजपेयी ने आपके ससुर की तेरहवीं नहीं कराई थी? मेरा मानना है कि इसका जबाब अपर मुख्य सचिव को देंना चाहिए। लेकिन इसका जबाब न देकर मेरे ऊपर दूसरा एफआईआर दर्ज करा दिया गया।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में एसपी सिंह ने यह भी कहा कि पूर्व सरकार में भी मैं मुद्दों को उठाता रहा लेकिन मुझे तत्कालीन सरकार द्वारा मुझे सुरक्षा मुहैया कराई गई थी। वर्तमान सरकार ऐसा क्यों कर रही है ये मेरे समझ से परे है। मेरा मानना है कि कुछ अधिकारी मुख्यमंत्री को गलत आंकड़े पेश कर गुमराह करने का काम कर रहे हैं। अब तो मुख्यमंत्री की टीम 11 की मीटिंग के दौरान गेम खेलते नजर आ रहे हैं। एसपी सिंह ने कहा कि प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद मैं अपना जबाब आईओ को सौंपने जाऊंगा। उन्होंने कहा कि आये दिन मुझे लोग मेरे घर के सामने आकर गाली दे जातें हैं ऐसे में मेरा परिवार दहशत में है।जानकारी के मुताबिक वो अपना बयान आईओ को सौंप चुके हैं। बताते चलें कि एसपी सिंह पर चार्जशीट दाखिल करने की बात पूर्णतः भ्रामक एवं असत्य है, एसपी सिंह ने नोटिस का जबाब दिया है विवेचना के बाद इस पर निर्णय लिया जाएगा। एसपी सिंह ने यह भी बताया कि एफआईआर से डराकर जनसरोकार के मुद्दों को उठाने से मुझे कोई नहीं रोक सकता।

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