नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने आर्थिक महाशक्ति के लिए कही ये बात

लखनऊ। नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने कहा है कि विकास को जनांदोलन बनाने से ही देश विकसित होगा। देश की प्रगति के लिए हर व्यक्ति को योगदान देना होगा।वे मंगलवार को लविवि की ओर से अटल कन्वेंशन सेंटर में ‘भारतीय अर्थव्यवस्था का प्रतिमान परिवर्तन, बेहतर समावेश के साथ विकास के नवीन कारक’ विषयक राष्ट्रीय सेमिनार में बोल रहे थे। तीन दिनी सेमिनार का मंगलवार को पहला दिन था। जनता चाहेगी तो आजादी के शताब्दी वर्ष 2047 में भारत 70 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के साथ विश्व का पहला या दूसरा सबसे बड़ा विकसित देश होगा।
ये भी पढ़े :-नागरिकता के लिए आए आवेदन की होगी जांच, राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में होगा लागू
राजीव ने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य और इंफ्रास्ट्रक्चर विकास को लेकर राज्यों के बीच अब प्रतिस्पर्धा होने लगी है। सुशासन और निवेश आमंत्रण के लिहाज से यह शुभ संकेत है। उन्होंने कहा कि युवाओं के हुनर को और तराशने के उद्देश्य से स्कूलों में मार्च तक पांच हजार अटल इनोवेशन लैब बनाने का लक्ष्य है।
लविवि के डॉ. शंकर दयाल शर्मा लोकतंत्र संस्थान के निदेशक डॉ एमके अग्रवाल ने कहा कि अगर प्रोफेसर प्रशासनिक अधिकारियों के पास जाते हैं तो उनके पास मिलने का समय नहीं होता है। जबकि दक्षिण भारत के राज्यों में कोई भी प्रोफेसर किसी ब्यूरोक्रेट्स के पास जाता है तो पूरा सम्मान मिलता है।
ये भी पढ़े :-संतों को मनाने की कोशिश में लगी विहिप की कोर कमेटी, कई मुद्दो पर होगी चर्चा 
नोटबंदी से देश को कई क्षेत्रों में आर्थिक फायदा भी हुआ है। मोदी सरकार की पारदर्शी व जवाबदेह नीति से साढ़े चार वर्ष में डीबीटी स्कीम से 90 हजार करोड़ रुपये की बचत हुई है। जीएसटी और रेरा से जनता को फायदा हुआ है। प्रदेश के वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल ने कहा कि यूपी तेजी से आगे बढ़ रहा है। प्र्रदेश में किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए उन्हें फूड प्रोसेसिंग उद्योग से जोड़ा जा रहा है। 98 लाख बिजली कनेक्शन दिए है। मुद्रास्फीति जहां 4 फीसदी से कम हुई है, वहीं आने वाले समय में जीडीपी 10 फीसदी तक बढ़ेगा। सेमिनार को सीसीए यूनिवर्सिटी मेरठ के कुलपति प्रो. एनके तनेजा, सीबीटी यूनिवर्सिटी नोएडा के कुलपति प्रो. बीपी शर्मा ने भी संबोधित किया।

Back to top button