नागरिकता कानून को लेकर भड़के PM मोदी बोले किसी भी भारतीय के खिलाफ नहीं है कानून…

नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में देश के कई इलाकों में हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं। इसको लेकर सोशल मीडिया पर भी लोगों की प्रतिक्रिया सामने आ रही है। नागरिकता कानून के विरोध में दिल्ली में हिंसक विरोध प्रदर्शन हो रहा है। इसपर सोशल मीडिया पर नेताओं से लेकर कई तरह की हस्तियों की प्रतिक्रिया आ रही है।

हिंसक विरोध प्रदर्शन पर पीएम मोदी का ट्वीट

पीएम मोदी ने दिल्ली समेत कई राज्यों में नागरिकता कानून के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शन को लेकर एक के बाद एक कई ट्वीट किए। हिंसक प्रदर्शन को लेकर एक ट्वीट में पीएम मोदी ने कहा है कि यह शांति, एकता और भाईचारा बनाए रखने का समय है। सभी से अपील है कि किसी भी तरह की अफवाह और झूठ से दूर रहें।

पीएम मोदी ने हिंसक प्रदर्शन पर ट्वीट करते हुए लिखा कि समय की मांग है कि हम सभी भारत के विकास और प्रत्येक भारतीय, विशेषकर गरीब, दलित और हाशिए के सशक्तिकरण के लिए मिलकर काम करें।हम निहित स्वार्थ समूहों को हमें विभाजित करने और अशांति पैदा करने की अनुमति नहीं दे सकते।

पीएम ने एक और ट्वीट करते हुए कहा कि नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 संसद के दोनों सदनों द्वारा भारी समर्थन के साथ पारित किया गया था। बड़ी संख्या में राजनीतिक दलों और सांसदों ने इसके पारित होने का समर्थन किया।यह अधिनियम भारत की सदियों पुरानी संस्कृति की स्वीकृति, सद्भाव, करुणा और भाईचारे को दर्शाता है।

दिल्ली में रविवार को हुए हिंसक विरोध प्रदर्शन के बाद बिगड़े हालात पर सीएम केजरीवाल ने चिंता जताई है। केजरीवाल ने ट्वीट कर लिखा, ‘दिल्ली की बिगड़ी क़ानून व्यवस्था को लेकर मैं बहुत चिंतित हूँ। दिल्ली में तुरंत शांति बहाल की जाए- इसके लिए गृह मंत्री अमित शाह जी से मिलने का समय मांगा है।’

राहुल गांधी ने नागरिकता कानून को लेकर मोदी सरकार पर हमला किया है। राहुल गांधी ने ट्वीट में लिखा, ‘CAB और NRC भारत पर फासीवादियों द्वारा फैलाए गए बड़े ध्रुवीकरण के हथियार हैं।मैं उन सभी के साथ एकजुटता से खड़ा हूं जो सीएबी और एनआरसी के खिलाफ शांति से विरोध कर रहे हैं।’

दिल्ली में हो रहे हिंसक विरोध प्रदर्शन पर पाकिस्तान के स्कॉलर तारेक फतेह ने अपनी प्रतिक्रिया ट्विटर के माध्यम से जाहिर की है। तारेक फतेह ने ट्वीट में दिल्ली में नारेबाजी का जिक्र करते हुए कहा कि 1940-47 में भी इसी तरह के नारे उठाए गए थे, जिसके कारण भारत में पंजाब और बंगाल में हिंदुओं के नरसंहार बढ़ा। उन्होंने आगे लिखा कि ऐसा फिर नहीं होना चाहिए।ट्वीट के आखिरी हिस्से में तारेक फतेह ने ऐसे लोगों को लेकर अपना गुस्सा भी जाहिर किया है।

मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने नागरिकता कानून पर बोलते हुए कहा है कि ये बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है, एक राष्ट्र जो विभाजन के आघात से गुज़रा और नेहरू पटेल के नेतृत्व की वजह से आज़ाद अंबेडकर विश्व के सबसे बड़े सफल लोकतंत्र बन गए, एक बार फिर मोदी सरकार द्वारा चरम सांप्रदायिक विभाजन में फेंक दिया जा रहा है।

Back to top button