देश के मुस्लिम भी चाहते हैं कि मंदिर बने, लेकिन वे अदालत के आदेश का इंतजार कर रहे : रघु मुनि

मुंगेर| पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन भ्रमणशील जमात के प्रमुख महंत रघु मुनि ने यहां शुक्रवार को कहा कि देश के मुस्लिम भी चाहते हैं कि राम मंदिर का निर्माण हो। उन्होंने कहा कि राम मंदिर प्रेम और आपसी सहमति से बने, क्योंकि विवाद से मंदिर बना भी तो आनंद नहीं होगा। मुंगेर के जमालपुर पहुंचे महंत रघु मुनि ने कहा कि हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सभी धर्म के लोग दो-दो चार-चार ईंटें रखने लगेंगे तो मंदिर स्वत: बनकर तैयार हो जाएगा।
जमालपुर के बड़ी दुर्गा स्थान उदासीन आश्रम पहुंचे रघु मुनि ने कहा, “देश के मुस्लिम भी चाहते हैं कि मंदिर बने, लेकिन वे अदालत के आदेश का इंतजार कर रहे हैं। इसमें घबराने की कोई बात नहीं। अंधेरी रात के बाद ही पूर्णिमा की रात आती है। समाज में अच्छे के साथ बुरे भी रहते हैं, उनकी बातों पर ध्यान नहीं देना है।”
महंत ने कहा, “श्री राम जन्मभूमि पर मंदिर का संघर्ष काफी पुराना है। जल्द ही समाचार सुनने को मिलेगा कि श्री राम मंदिर के निर्माण का कार्य आरंभ हो गया है। मंदिर के खंभों के कार्य तो पूरे हो चुके हैं।”
भारत को सभ्य परिवारों का देश बताते हुए उन्होंने कहा कि सभ्यता से हम जुड़े हुए हैं। जितने भी धर्म, जाति, संप्रदाय हैं, वे एक-दूसरे के धर्म का आदर करते हैं। एक-दूसरे के धर्म का अनादर नहीं करना ही हमारी संस्कृति है।
प्रमुख महंत के जमालपुर आगमन पर उदासीन अखाड़ा के बड़ी दुर्गा स्थान के महंत डॉ. मनोहर दास की अगुवाई में संत परंपरा के अनुसार उनका भव्य स्वागत किया गया और अंग वस्त्रम प्रदान कर उन्हें सम्मानित किया गया।
रघु मुनि ने याद करते हुए कहा कि लगभग 32 वर्ष पहले भी उन्होंने अपने अनुयाई संतों के साथ जमालपुर और मुंगेर का भ्रमण किया था।

Back to top button