जब सिविल ड्रेस में डंडा लेकर दौड़ीं ‘लेडी सिंघम’, 10 मिनट में बवाली शांत

सिविल ड्रेस में डंडा लेकर दौड़ीं ‘लेडी सिंघम’ की दहाड़ सुनकर बवाली भाग खड़े हुए। एक घंटे से पुलिसवाले जिन बवालियों को शांत करने में अपने पसीने छोड़ रहे थे एसएसपी के आते ही बवालियों के होश उड़ गए। सोमवार देर शाम कानपुर के मोतीझील के पास रोडवेज बस की टक्कर से एक बाइक सवार किशोर की मौके पर ही मौत हो गई। बस ड्राइवर मौके से भाग निकला। इस पर भड़के लोगों ने हंगामा करते हुए पथराव शुरू कर दिया। दो बस सहित आधा दर्जन अन्य वाहन क्षतिग्रस्त कर दिए। सीओ सर्किल की फोर्स के साथ मौके पहुंचे तो गुस्साए लोग उनसे भी भिड़ गए। पुलिस और लोगों में धक्का-मुक्की हो गई। इस बीच अराजकतत्वों ने माहौल को और बिगड़ाने के लिए फायरिंग और आगजनी की भी कोशिश की। सीओ स्वरूपनगर ने उनको रोकने की कोशिश की तो लोगों ने उन पर पथराव कर दिया। जिसमें वह चुटहिल हो गए। जिसे देख पुलिस को लाठी पटककर और हवाई फायरिंग कर लोगों को खदेड़ना पड़ा। परिजनों ने दोबारा जाम लगाने की कोशिश की तो एसएसपी सोनिया सिंह और एसीएम ने उनको मुआवजा दिलाने का आश्वासन देकर शांत कराया। एसएसपी सोनिया सिंह मृतक के परिजनों को ढांढस बंधाते हुए
जब सिविल ड्रेस में डंडा लेकर दौड़ीं ‘लेडी सिंघम’, 10 मिनट में बवाली शांत
इफ्तिखाराबाद में रहने वाले मो. शमीम प्राइवेट काम करते है। परिवार में पत्नी शहनूर, दो बेटे अब्दुल रहमान उर्फ अमान (16), अलतमस और दो बेटियां थे। जिसमें अमान बेनाझाबर स्थित ननिहाल में रहकर वेल्डिंग का काम करता था। वह शाम को करीब साढ़े पांच बजे बाइक से चुन्नीगंज गया था। वहां से वह वापस ननिहाल जा रहा था कि खैराबाद अस्पताल के सामने तेज रफ्तार रोडवेज बस बाइक में टक्कर मारकर निकल गई। हादसे में अमान की मौत हो गई। वह हेलमेट नहीं पहने था। जिसे देख इलाकाई लोग भड़क गए। गुस्साए लोगों ने पीछे से आ रही दूसरी रोडवेज बसों में पथराव कर दिया। जिससे घबराए ड्राइवर बस को छोड़कर भाग गए। जिससे सड़क पर जाम लग गया और दुकानदारों ने दुकानों के शटर गिरा दिए। सूचना पर स्वरूपनगर, काकादेव,  कर्नलगंज, ग्वालटोली थानों की फोर्स के साथ सीओ और एसपी वेस्ट वहां पहुंच गए। अफसरों ने उनको समझाने की कोशिश की तो वे ड्राइवर और मुआवजा की मांग को लेकर पुलिस से भी भिड़ गए। उनके बीच तीखी झड़प हो गई। इस बीच अराजकतत्वों ने फायरिंग कर दी। इससे माहौल और बिगड़ गया। पुलिस को स्थिति को कंट्रोल लाठी पटकना पड़ा। 

डंडा लेकर मोर्चा संभालते हुए एसएसपी सोनिया सिंह

पुलिस के लाठी पटकने के बाद कुछ देर तक तो माहौल शांत रहा, लेकिन जैसे ही अमान के परिजन और रिश्तेदार वहां पहुंचे। वहां पर माहौल फिर से बिगड़ गया। घरों से महिलाएं और बच्चे निकल आए। उन्होंने ड्राइवर की गिरफ्तारी और मुआवजा की मांग को लेकर सड़क पर जाम लगा दिया। इस बीच किसी अराजकतत्व ने घर की छत से दोबारा फायर कर दिया। इससे अफरा-तफरी मच गई। इस पर एसएसपी, एसीएम और एसपी वेस्ट ने वहां जाकर परिजनों को मुआवजा दिलाने का भरोसा देकर शांत कराया। 

दो घंटे तक ट्रैफिक बाधित रहा

मोतीझील रोड पर हादसे और पथराव से भीषण जाम लग गया। सड़क पर वाहनों की कतारें लग गई। पथराव होने से कोई वाहन सवार आगे जाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा था। इस बीच करीब चार घंटे तक जाम लगा रहा। जब पुलिस ने लोगों ने समझाकर शांत कर सड़क से हटाया। इसके बाद ही वाहन वहां से निकल पाए। वहीं, दूसरी तरफ रूट डायवर्ट कर वाहनों को आर्यनगर के रास्ते से निकाला गया।  

छावनी में तबदील हो गया बेनाझाबर

बेनाझाबार में दोबारा लोगों के हंगामा करने पर एसएसपी सोनिया सिंह वहां पहुंची थी। इसके बाद वह करीब दो घंटे तक वहां मौजूद रही। उन्होंने मृतक के ननिहाल से मोतीझील रोड तक फोर्स तैनात कर दी। जिससे बेनाझाबर छावनी में तबदील हो गया। 

अमान की फाइल फोटो, मौके पर मौजूद पुलिस बल

बेनाझाबर में देर रात तक तनावपूर्ण स्थिति थी। सुबह शव का पोस्टमार्टम कराने से इलाकाई लोगों के दोबारा हंगामा करने की आशंका थी। जिसे देख जिलाधिकारी से अनुमति लेकर रात को ही शव का पोस्टमार्टम कराया गया।
 
 
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