दिल्ली से भी ज्यादा जहरीली है मुरादाबाद और की हवा, जिस पर नहीं है CPB की नजर

दिल्ली एनसीआर के प्रदूषण की धुंध में देश के दूसरे शहरों के प्रदूषण को नजरअंदाज कर दिया गया है।  दिल्ली में जहां एयर क्वालिटी इंडेक्स 448 रिकॉर्ड किया गया वहीं मुरादाबाद में मंगलवार को एक्यूआई 500 रिकॉर्ड किया गया  जो पूरे देश की एयर क्वालिटी में सबसे खराब था जिसका कहीं नाम भी नहीं लिया गया।
दिल्ली से भी ज्यादा जहरीली है मुरादाबाद और की हवा, जिस पर नहीं है CPB की नजरमुरादाबाद में सोमवार को एयर क्वालिटी बहुत खराब थी जो मंगलवार को बहुत खराब हो गई है। और खराब बनी हुई है। वहीं हावड़ा का एक्यूआई 451 दर्ज की गई है। ऐसा माना जा रहा है कि  इनदोनों शहरों की एयरक्वालिटी दिल्ली से कहीं ज्यादा खराब है लेकिन इसकी तरफ न केंद्र सरकार का ध्यान है, न राज्य सरकार का और न ही केंद्रीय पॉल्यूशन बोर्ड का।

केंद्र का पूरा ध्यान दिल्ली पर टिका है। मजेदार घटना ये है कि इनदोनों शहरों में पॉल्यूशन मोनिटरिंग स्टेशन एक- एक हैं जबकि दिल्ली में 48 मोनिटरिंग स्टेशन है। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री हर्षवर्धन ने गुरुवार को कहा कि दिल्ली की हवा की क्वालिटी को लेकर इतना पैनिक होने की जरूरत नहीं है कुछ दिनों में सबकुछ ठीक हो जाएगा।
 

​प्रदूषण को कम करने के लिए केंद्र सरकार कुछ कदम उठा रही है। उन्होंने कहा हमने दिल्ली सरकार से बात की है कि सड़कों पर पानी का छिड़काव किया जाए जिससे की प्रदूषण में कमी आ सकेगी।  
सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड द्वारा जारी एक्यूआई बुलेटिन में साफतौर पर कहा गया है कि  उत्तरी गंगा के मैदानी इलाकों के हवा का स्तर दिन ब दिन गिर रहा है। विश्षकर लखनऊ, आगरा, कानपुर और मुज्जफ्फरपुर।  

7 नवंबर को जिस तरह से  इन शहरों कों स्मॉग ने घेरा उसे नासा ने भी अपने एक्वेटिक सैटेलाइट से कैप्टर किया था। यही नहीं गाजियाबाद, नोएडा, भिवाड़ी. फरीदाबाद और गुड़गांव की एयर क्वालिटी का स्तर भी उच्चतम पर था।

बुधवार को एनसीआर के अलावा लखनऊ का एक्यूआई 430 और गुरुवार को 468 रिकॉर्ड किया गया जबकि मुरादाबाद में मंगलवार को 500, बुधवार को 439 जबकि गुरुवार को 414 रिकॉर्ड किया गया जबकि आगरा का स्तर 449, और मुज्जफ्फपुर का 454 रिकॉर्ड किया गया।  

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