डेरा सच्चा सौदा में शाह मस्ताना शाह के अवतार दिवस पर हनीप्रीत इन्सां डेरा प्रमुख की पत्नी व बेटियों के साथ आई नजर

डेरा सच्चा सौदा में शाह मस्ताना शाह के अवतार दिवस पर मंगलवार को भंडारे का आयोजन किया गया। दोपहर 12 बजे से शुरू हुई नामचर्चा के दौरान हनीप्रीत इन्सां डेरा प्रमुख की पत्नी व बेटियों के साथ बैठी नजर आई। नामचर्चा के समापन के बाद डेरा प्रमुख की चिट्ठी भी पढ़ी गई, जिसमें डेरा प्रमुख ने श्रद्धालुओं को साईं जी के अवतार दिवस की बधाई दी और सेवा सुमिरन करने का संदेश दिया।

डेरा प्रमुख के जेल जाने के करीब सवा दो साल बाद पहली बार डेरे में इतनी बड़ी संख्या में अनुयायियों की भीड़ नजर आई। इसे हनीप्रीत के डेरे में पहुंचने से भी जोड़कर देखा जा रहा है। डेरा अनुयायियों को आस है कि डेरा प्रमुख भी जल्द उनके बीच होंगे।

शाह मस्ताना महाराज का 128वें अवतार दिवस पर मंगलवार को दोपहर 12 बजे शाह सतनाम धाम में नामचर्चा का आयोजन किया गया। दो घंटे तक चले नामचर्चा कार्यक्रम में डेरा प्रमुख के रिकार्डेंड सत्संग का एलईडी के माध्यम से प्रसारण किया गया, जिन्हें अनुयायियों ने श्रद्धापूर्वक सुना।

सत्संग पंडाल में डेरा प्रमुख की पत्नी हरजीत कौर, बेटियां चरणप्रीत इन्सां व अमरप्रीत इन्सां, दत्तक पुत्री हनीप्रीत इन्सां के अलावा डेरा की चेयरपर्सन विपसना इन्सां मौजूद रही। डेरा प्रमुख का बेटा जसमीत इन्सां और दामाद डा. रूह ए मीत इन्सां व शान ए मीत इन्सां मौजूद रहे। नामचर्चा कार्यक्रम से पहले सत्संग पंडाल के नजदीक ही पार्क में रक्तदान व चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। जिसका शुभारंभ डेरा प्रमुख के पुत्र, पुत्रियों व दामादों ने धन धन सतगुरु तेरा ही आसरा का नारा लगाकर किया। रक्तदान शिविर में 4505 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया, जबकि चिकित्सा शिविर में 1030 मरीजों की जांच की गई।

16 शादियां हुई, 15 महिलाओं को दी सिलाई मशीनें

नामचर्चा के दौरान 16 शादियां हुई। 12 दिव्यांगों को ट्राइसाइकिलें दी गई। 15 महिलाओं को स्व रोजगार के लिए सिलाई मशीनें दी गई। डेरा अनुयायियों द्वारा चार जरूरतमंद परिवारों को बनाकर दिए गए मकानों की चाबियां दी गई। नामचर्चा के बाद श्रद्धालुओं को लंगर वितरित किया गया।

सुरक्षा के रहे पुख्ता प्रबंध

डेरा में आयोजित नामचर्चा के दौरान जिला प्रशासन द्वारा सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए थे। डेरा की ओर जाने वाले मार्ग पर सात नाके लगाए गए थे। शाह सतनाम चौक के निकट दंगारोधी वाहन भी तैनात किए गए थे। इसके अलावा डेरा अनुयायियों को बाजेकां मोड़ से होकर डेरा की तरफ भेजा गया। नामचर्चा समापन के बाद भी इसी मार्ग से वाहनों को वापस भेजा गया, जिसके चलते शहर में जाम की स्थिति नहीं बनी।

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