जयपुर में मेट्रो के दो रास्तों के बिच आ रहे मंदिर ढहाए, हिंदू संगठन भड़के

बीजेपी शा‍स‍ित राजस्थान की राजधानी जयपुर में मेट्रो निर्माण के बीच में आ रहे दो और प्राचीन मंदिरों को हटा दिया गया है. बुधवार सुबह 8 बजे से ही मंदिर हटाने का काम शुरू हो गया था और दोपहर होते-होते ट्रकों में रखकर मूर्तियां दूसरी जगह ले जाई गईं. इसके विरोध में वहां इकट्ठा हुए संघ से जुड़े ‘मंदिर बचाओ संघर्ष समीति’ के लोगों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया.जयपुर में मेट्रो के दो रास्तों के बिच आ रहे मंदिर ढहाए, हिंदू संगठन भड़के

जिला प्रशासन ने पहले बाईजी के मंदिर के सामने स्थित महादेव, माताजी, हनुमान मंदिर के समूह को भी हटाया, जिसे अब तंवरजी के नोहरे में स्थानान्तरित किया जाएगा. वहीं, उसके बाद फूल वालों के खंदे में स्थित गणेश शिवजी मंदिर को हटाने की कार्रवाई शुरू की गई. इस मंदिर को माणक चौक थाने के पीछे सरकारी जमीन पर स्थानांतरित किया जाएगा. सुबह से ही इन मंदिरों को हटाने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया था ताकि विरोध‍ियों को काबू किया जा सके.

विरोध करने वाले 20 लोग हिरासत में मंदिर हटाने का विरोध हिन्दू संगठन पहले से कर रहे थे. बुधवार को भी मंदिर हटाने के विरोध में धरोहर बचाओ समिति के भारत शर्मा को हिरासत मे लेकर शिवदासपुरा थाने भेज दिया गया. इसके बाद लाल सेना, भारतीय हिन्दू सेना, करणी सेना और अन्य संघटनों के लोगों को भी हिरासत मे ले लिया गया. पुलिस ने उन्हें छोटी चौपड़ से आगे बढ़ने ही नही दिया.

 

मंदिर हटाने का विरोध कर रहे हिंदू संघटनों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया. प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच जमकर धक्कामुक्की हुई, जिसके बाद कुल मिलाकर 20 लोगों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया ओर इन्हे पुलिस ने जयपुर से दूर ले जाकर शिवदासपुरा के पास ले जाकर छोड़ दिया.

मंत्री बोले-विकास के लिए मंदिर तोड़ना जरूरी प्रदेश में भाजपा की सरकार है, ऐसे में मंदिर टूटने पर यहां की सरकार से सवाल होने लाजमी थे. सवाल हुए तो मंत्री विकास का हवाला देते नजर आए. मंत्री अरुण चतुर्वेदी ने कहा कि कई बार ऐसी स्थिति आती है कि मंदिरों को पुनर्स्थापित किया जाता है. प्रदेश में मंदिरों के साथ ही विकास की भी जरूरत है.

अभी भी मेट्रो के रास्ते में आने वाले तीन मंदिर हटना बाकी हैं. इनमें माणक चौक थाने के बाहर स्थित अमनेश्वर महादेव मंदिर, माणक चौक थाने के बाहर स्थित जमनेश्वर महादेव मंदिर, उत्तर-पश्चिम ध्रुवमुखी महावीर हनुमान मंदिर शामिल हैं.

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