जब साध्वी बनकर महिलाएं पहुंची थी राम रहीम के डेरे पर, तो उजागर हुआ ये बड़ा सच

डेरे में रेप पीड़ित साध्वियों की गुमनाम चिट्ठी सार्वजनिक होने के बाद डेरे का सच जानने के लिए जनवादी महिला समिति से जुड़ी महिलाओं ने भी डेरे के सच को सामने लाने के लिए बड़ा जोखिम उठाया था। इन महिलाओं की एक टीम सिरसा डेरे के भीतर गई थी और वहां उन्होंने कई साध्वियों से संपर्क भी किया था।जब साध्वी बनकर महिलाएं पहुंची थी राम रहीम के डेरे पर, तो उजागर हुआ ये बड़ा सच

उधर, इसी पत्र का सच अपने अखबार में छापने पर रामचंद्र छत्रपति की हत्या हो गई। उसके बाद तो समाज सेवी महिलाओं की डेरामुखी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। जनवादी महिला समिति की महिलाओं ने जहां सभी जिलों में प्रदर्शन किया, वहीं छत्रपति की हत्या के बाद इन महिलाओं ने सिरसा में भी बड़ी रैली करते हुए डेरामुखी के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की थी।

जनवादी महिला समिति की प्रदेश उपप्रधान जगमती सांगवान ने बताया कि साध्वियों की एक चिट्ठी उनके संगठन को भी भेजी गई थी। जिसके बाद चार महिलाओं की एक फैक्ट फाइंडिंग टीम बनाकर डेरे में भेजी गई। टीम की ये महिलाएं साध्वी बनकर डेरे में रहीं और उन्होंने साध्वियों के यौन शोषण का सच जाना। 

जगमती सांगवान ने बताया कि टीम के बाहर आने के बाद उनकी समिति की ओर से भी एक रिपोर्ट तैयार कर प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, डीजीपी हरियाणा व हरियाणा महिला आयोग को भेजी गयी थी जिसमें ये कहा गया था कि डेरे में अध्यात्मिकता की आड़ में संगठित तरीके से साध्वियों के साथ यौन शोषण किया जा रहा है। 

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