चीन ने जी-20 शिखर सम्मेलन में वैश्विक व्यवस्था पर मंडरा रहे खतरे को लेकर किया आगाह
चीन ने शुक्रवार को कहा कि संरक्षणवाद और धौंस जमाना विश्व के लिए बड़ा खतरा है. जी-20 शिखर सम्मेलन से पहले चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के अन्य नेताओं से मुलाकात करने के बाद और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ वार्ता से पहले यह बयान जारी किया गया है. जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर शुक्रवार सुबह शी ने अपने तीन अफ्रीकी समकक्षों से मुलाकात की.
चीनी विदेश मंत्रालय के अधिकारी दाई बिंग ने पत्रकारों से कहा, ‘‘ बैठक में सभी नेताओं ने एकपक्षवाद, संरक्षणवाद और धौंस जमाने के बढ़ते मामलों पर जोर दिया, जो आर्थिक वैश्वीकरण और वैश्विक व्यवस्था के लिए गंभीर खतरा हैं और विकासशील देशों के बाह्य वातावरण के लिए गंभीर चुनौती हैं.’’ दाई ने कहा कि बैठक में दक्षिण अफ्रिका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा, मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतेह अल सीसी और सेनेगल के राष्ट्रपति मैके सैल शामिल थे.
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चीन ने बैठक में कहा कि बीजिंग आमतौर पर ट्रम्प प्रशासन की आलोचना करता है, जिससे उसके अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ शनिवार को होने वाली बैठक में कड़ा रुख अपनाने का संकेत मिला. दोनों नेताओं के बीच होने वाली बैठक पर सबकी निगाह हैं कि क्या वे व्यापार युद्ध पर विराम लगा पाएंगे, जिससे वैश्विक अर्थव्यवस्था प्रभावित हो रही है.