गाजर में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स प्रदूषण से होने वाली बीमारियों को रखता है कोशो दूर

प्रदूषण जैसी ज्वलंत समस्या के संदर्भ में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन का यह कथन विचारणीय है कि गाजर में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स प्रदूषण से होने वाली बीमारियों से बचाव में सहायक हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि औषधीय गुणों की उपस्थिति के कारण गाजर किसी भी प्रकार के संक्रमण को रोकने में मददगार है तथा यह कई रोगों से बचाव करती है।

सौंदर्य वृद्धि में सहायक

आयुर्वेद के अनुसार स्वास्थ्य की दृष्टि से भी गाजर अत्यंत गुणकारी है। इसके अलावा यह सौंदर्य की वृद्धि में भी सहायक है। अधिकतर लोगों की इच्छा होती है कि उनकी त्वचा कांतिवान और आभा युक्तरहे। गाजर में मौजूद विटामिंस, और एंटीऑक्सीडेंट्स न केवल त्वचा की सेहत को सही रखते हैं बल्कि त्वचा में कसाव भी लाते हैं। गाजर त्वचा को सूर्य के तेज प्रकाश तथा अल्ट्रावॉयलेट किरणों से होने वाले किसी भी प्रकार के नुकसान से बचाने में मददगार है।

विटामिन ए की कमी की वजह से त्वचा, नाखून और बाल रूखे होने लगते हैं। इसके इस्तेमाल से वक्त से पहले पड़ने वाली झुर्रियों, रूखी त्वचा, मुंहासे और झाइयां आदि समस्याओं से छुटकारा मिल जाता है। इसमें शक नहीं कि गाजर त्वचा की सेहत के लिए किसी वरदान से कम नहीं है।

हृदय के लिए लाभप्रद

बीते दिनों अमेरिका की हॉर्वर्ड यूनिवर्सिटी में हुए शोध-अध्ययनों के अनुसार सप्ताह में तीन- चार दिन गाजर खाने वालों को हृदय रोग होने की संभावना कम होती है।

नेत्र ज्योति बढ़ाएं

गाजर में बीटा कैरोटिन पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है, जो खाने के बाद पेट में जाकर विटामिन ए में परिवर्तित हो जाता है। आंखों के लिए विटामिन ए बेहद जरूरी है। विटामिन ए रतौंधी जैसे नेत्र रोग से बचाव में सहायक है। गाजर का सेवन मोतियाबिंद की आशंका को कम कर देता है।

पेट के लिए फायदेमंद

पेट से संबंधित कई समस्याओं में फाइबर युक्त गाजर एक आदर्श आहार है जो आपकी पाचन क्रिया को सुदृढ़ बनाती है तथा कब्ज आदि समस्याओं से भी निजात दिलाती है।

हीमोग्लोबिन बढ़ाने में सहायक

गाजर में आयरन और विटामिन ई प्रचुर मात्रा मात्रा में पाया जाता है। यहीं वजह है कि एनीमिया (शरीर में खून की कमी) के मरीजों को सलाह दी जाती है कि वे गाजर को जरूर अपनी डाइट में शामिल करें। दांतों के लिए लाभप्रद: गाजर दांतों और मसूड़ों की सेहत के लिए लाभप्रद है। कच्ची गाजर खाने से मुंह की दुर्गंध दूर होती है। यहीं नहीं गाजर का सेवन मुंह के जीवाणुओं को भी नष्ट करता है।

हड्डियों से जुड़ी बीमारी से पीड़ित

यदि आप हड्डियों से जुड़ी बीमारी से पीड़ित हैं तो गाजर जरूर खानी चाहिए। इससे बॉडी में कैल्शियम की मात्रा बढ़ती है और इससे मिलने वाले कैल्शियम को शरीर जल्दी एब्जॉर्ब करता है।

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