गहरी नींद ना आना अल्जाइमर को देती है दस्तक…रहें सावधान

नींद ना आना एक आम समस्या हैंलेकिन इसकी गंभीरता से आप सभी वाकिफ हैं। खासतौर से बुजुर्ग जिन्हें अच्छी नींद नहीं आती या फिर कम गहरी नींद लेते हैं, शोध कहता है कि उनको अल्जाइमर का समस्या हो जाती है। अल्जाइमर एक ऐसी बीमारी है जो सीधे यादाश्त से जुड़ी हुई है।गहरी नींद ना आना अल्जाइमर को देती है दस्तक...रहें सावधान

अल्जाइमर से ग्रस्त व्यक्ति की पहचानने की क्षमता कमजोर पड़ जाती है। अमेरिका स्थित वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन के शोधकर्ताओं ने शोध में ये पाया है कि जो बुजुर्ग कम गहरी नींद लेते हैं वो जल्दी ही अल्जाइमर के शिकार हो जाते हैं। अगर आप गहरी नींद लेते हैं तो याददाश्त मजबूत होती है और सोकर उठने के बाद आप तरोताजा महसूस करते हैं। 

कई बार अल्जाइमर पर्यावरण के कारणों, अनुवांशिक और लाइफस्टाइल की वजह से प्रभावित होती है। साइंस ट्रांसलेशन मेडिसिन पत्रिका में छपे लेख के मुताबिक अगर युवावस्था के बाद अगर गहरी नींद नहीं लेते हैं तो ये आपके मानसिक स्वास्थ्य को सीधे प्रभावित करती है। बताया जाता है कि कम गहरी नींद लेना खराब मानसिक स्थिति का संकेत होता है। हमने यह देखा कि लोगों में नींद की वजह से कैसे याददाश्त संबंधी समस्याएं होने लगती है और गैर-जिम्मेदार तरीके से अल्जाइमर रोग से ग्रसित हो जाते हैं। 

क्या हैं अल्जाइमर के लक्षण, जानिए ऐसे:

खुद किसी सामान को रखकर भूल जाना।

एक बात को कई बार दोहराना।

खुद से बातें करना।

जानी पहचानी जगहों पर भी भटक जाना।

रोजाना के कामों को करने में असहज और तकलीफ महसूस करना।

बात करते समय सामने वाले को घूरना।

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