गंभीर का बड़ा खुलासा धोनी की वजह से 2011 वर्ल्ड कप फाइनल में नहीं जड़ पाया शतक

टीम इंडिया के पूर्व ओपनर गौतम गंभीर ने पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी पर बड़ा खुलासा किया है और उनको 2011 वर्ल्ड कप के फाइनल में अपने शतक बनाने से पहले ही आउट होने के लिए जिम्मेदार बताया है. भारत की 2011 वर्ल्ड कप जीत में अहम भूमिका निभाने वाले ओपनर गौतम गंभीर ने खुलासा किया कि उन्हें मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में श्रीलंका के खिलाफ खिताबी भिड़ंत में शतक पूरा करने से कैसे चूक गए.

बता दें कि 2011 वर्ल्ड कप के फाइनल में गौतम गंभीर ने 97 रनों की पारी खेली थी और वह अपने शतक से केवल 3 रन ही दूर रह गए थे. गौतम गंभीर ने वह कारण बताया कि कैसे वह वर्ल्ड कप 2011 के फाइनल में अपना शतक नहीं बना पाए.

गौतम गंभीर ने धोनी पर आरोप लगाते हुए कहा कि अगर मैं आपको सही सच्चाई बताता हूं, तो मुझे भी बुरा लगता है. यह इसलिए है क्योंकि आप पूरी जिंदगी मेहनत करते हैं, सिर्फ अपने लिए रन बनाने के लिए ही नहीं. जब मैं बड़ा हो रहा था, मेरा सपना देश के लिए वर्ल्ड कप जीतने का था और मुझे दो ऐसे अवसर मिले जब मैंने वर्ल्ड कप फाइनल खेला और मैं उन दोनों में टॉप स्कोरर था.

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2011 वर्ल्ड कप के फाइनल की उस रात को याद करते हुए गौतम गंभीर ने कहा कि यदि आप किसी खिलाड़ी से पूछते हैं कि आपने इतना अच्छा प्रदर्शन किया और फिर भी ‘मैन ऑफ द मैच’ नहीं बने तो ये बहुत दिल दहलाने वाली बात होती है. मुझसे ये प्रश्न बहुत बार पूछा गया है कि जब आप 97 रनों पर खेल रहे थे तो क्या सोच रहे थे.

गौतम गंभीर ने कहा, ‘जब तक मैं 97 रनों पर नहीं पहुंचा था तब तक मैं अपने शतक बारे में नहीं सोच रहा था, लेकिन 97 के स्कोर पर आने के बाद धोनी ने मुझे बता दिया कि मैं अपने शतक से सिर्फ 3 रन दूर हूं और पहले अपना शतक पूरा कर लूं. उसके बाद मेरे दिमाग में शतक की बातें चलने लगी.

गौतम गंभीर ने कहा कि इससे पहले मेरे दिमाग में सिर्फ श्रीलंका को हराने की बात चल रही थी, लेकिन उस पल के बाद मेरा ध्यान शतक पर चला गया. अगर मैं वो नहीं सोच रहा होता तो शायद शतक भी पूरा कर लेता. आज तक मुझसे वो सवाल पूछे जाते हैं कि उन तीन रनों को ना बना पाने का मलाल आपको है या नहीं. बता दें कि 2011 वर्ल्ड कप के फाइनल में गौतम गंभीर 97 रनों की पारी के साथ टॉप स्कोरर रहे थे. जबकि धोनी ने नाबाद 91 रन बनाए थे जिसके लिए उन्हें ‘मैन ऑफ द मैच’ मिला था.

गौतम गंभीर ने कहा कि इससे पहले मेरे दिमाग में सिर्फ श्रीलंका को हराने की बात चल रही थी, लेकिन उस पल के बाद मेरा ध्यान शतक पर चला गया. अगर मैं वो नहीं सोच रहा होता तो शायद शतक भी पूरा कर लेता. आज तक मुझसे वो सवाल पूछे जाते हैं कि उन तीन रनों को ना बना पाने का मलाल आपको है या नहीं. बता दें कि 2011 वर्ल्ड कप के फाइनल में गौतम गंभीर 97 रनों की पारी के साथ टॉप स्कोरर रहे थे. जबकि धोनी ने नाबाद 91 रन बनाए थे जिसके लिए उन्हें ‘मैन ऑफ द मैच’ मिला था.

 

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