कुंडली में राहु अशुभ स्थान पर हो तो इत्र के इन उपायों से करे ग्रह दोष को दूर

यूँ तो सुगन्धित इत्र का उपयोग अमूमन खुशबू के लिए ही किया जाता है.जिसमें चंदन, गुलाब आदि न जाने कितनी चीजों से इत्र बनाया जाता है.लेकिन अलग-अलग चीजों से बना इत्र विभिन्न ज्योतिषीय उपायों में भी उपयोग किया जाता है. ज्योतिषीय उपायों में इत्र के प्रयोग से न केवल ग्रह दोष दूर किए जा सकते हैं ,बल्कि धन लाभ भी पाया जा सकता है . आईए जानते हैं इत्र के कुछ प्रयोग के बारे में – कुंडली में राहु अशुभ स्थान पर हो तो इत्र के इन उपायों से करे ग्रह दोष को दूर

कुंडली में राहु अशुभ स्थान पर हो या राहु की महादशा चल रही हो तो रोज पानी में चंदन का इत्र डालकर नहाने से राहु का अशुभ असर कम होने की सम्भावना रहती है.इसी तरह यदि पति-पत्नी में रोज विवाद होते हों तो गुरुवार को हरसिंगार का इत्र भगवान विष्णु को अर्पित करना चाहिए , इससे पति-पत्नी के बीच विवाद कम होने लगते है.

यदि आप धन लाभ के इच्छुक हैं तो आपको शुक्रवार को गुलाब का इत्र देवी लक्ष्मी के चरणों में लगाना चाहिए . इस उपाय से आपकी मनोकामना पूरी हो सकती है.वहीं यदि आप शनि दोष से पीड़ित हैं तो शनिवार को कस्तूरी का इत्र शनिदेव को अर्पित करें. इससे आपको लाभ होगा.हनुमानजी की कृपा पाने के लिए मंगलवार को हनुमानजी की मूर्ति के दोनों कंधो पर केवड़े का इत्र छिड़कने से आपकी हर परेशानी दूर होगी. यह उपाय श्रद्धा भाव से करें तो लाभ होने की संभावना बढ़ जाती है.

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