कश्मीर घाटी में एक दिन कैद रहने के बाद सामान्य जनजीवन हुआ बहाल, बनिहाल-बारामुला रेल भी पटरी पर लौटी

कश्मीर घाटी में अलगाववादियों के बंद में एक दिन कैद रहने के बाद बुधवार को सामान्य जनजीवन फिर आजाद हो गया। बनिहाल-बारामुला रेल सेवा भी बहाल हो गई। अलबत्ता, प्रशासन ने किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए सभी संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था का कड़ा बंदोबस्त रखा।

जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंटके चेयरमैन मोहम्मद यासीन मलिक के साथ दिल्ली स्थित तिहाड़ जेल में कथित दुव्र्यवहार और अलगाववादी नेताओं पर एनआईए की कार्रवाई के खिलाफ हुर्रियत कांफ्रेंस समेत कश्मीर के विभिन्न अलगाववादी संगठनों केसाझा मंच ज्वायंट रजिस्टेंस लीडरशिप जेआरएल ने गत मंगलवार को कश्मीर बंद बुलाया था। अलगाववादियों के बंद का पूरी वाद में व्यापक असर देखने को मिला था। प्रशासन ने अलगाववादियों के बंद और दक्षिण कश्मीर में मतदान के चलते एहतियातन बनिहाल-बारामुला रेल सेवा को भी बंद रखा।

अलबत्ता, आज सुबह जैसे सूरज निकला वादी में सामान्य जनजीवन भी बहाल हो गया। श्रीनगर समेत वादी के सभी प्रमुख शहरों और कस्बों मे सभी दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान खुलने लगे। सुबह 11 बजे तक हर जगह बाजार खुल चुके थे। सड़कों पर सार्वजनिक वाहन भी की भीड़ भी सामान्य दिनों की तरह हो गई। सरकारी कार्यालय व शिक्षण संस्थान भी खुले और उनमें सामान्य दिनों की तरह ही कामकाज रहा। बनिहाल-बारामुला रेल सेवा को भी संबधित प्रशासन ने सामान्य दिनों की तरह बहाल कर दिया।

हालांकि अलगाववादियों ने आज वादी में किसी जगह बंद नहीं बुलाया था और सामान्य जिंदगी भी पटरी पर लौट आयी। लेकिन प्रशासन ने एहतियात के तौर पर लालचौक, डाऊन-टाऊन समेत वादी के सभी संवेदनशील इलाकों में किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए सुरक्षा का कड़ा बंदोबस्त बनाए रखा।

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