कंगारुओं के खिलाफ वो 7 मौके जिसने भारत के लिए बनाया रास्ता

virat-kohli_landscape_1458410882एजेन्सी/मोहाली में खेला गया भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच का मुकाबला नॉकआउट जैसा था और यह मुकाबला भी उसी अंदाज में खत्म भी हुआ। टी-20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए दोनों टीमों को यह मैच हर हाल में जीतना था, लेकिन विराट कोहली की एक करिश्माई पारी ने कंगारुओं की सारी मेहनत पर पानी फेर दिया। भारत ने फिर से वर्ल्ड कप के अंतिम-चार में अपनी जगह बना लिया

 

पहला, टॉस जीतकर ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लिया जिसे उसके उस्मान ख्वाजा और ऐरोन फिंच की सलामी जोड़ी ने पहली ही गेंद पर चौके से पारी की शुरुआत की। और फिर दोनों ने शुरुआती 26 गेंदों में 54 रनों की साझेदारी कर डाली थी और यह जोड़ी स्कोरबोर्ड को तेजी से आगे ले जा रही थी कि पांचवें ओवर की दूसरी गेंद पर आशीष नेहरा ने ख्वाजा को विकेट के पीछ कैच आउट करा दिया।

दूसरा, शुरुआत में गेंदबाजों के खर्चीले साबित होने के बाद भारत ने जोरदार वापसी की और 5 से लेकर 14 ओवर तक सिर्फ 51 रन ही दिए। यह आंकड़ा तब रहा जब भारत ने शुरुआती 4 ओवर में 53 रन लुटा दिए थे। इसके बाद अंतिम 6 ओवरों (15-20 ओवर) में भी लगाम लगाते हुए सिर्फ 56 रन ही खर्च किए।

ऑस्ट्रेलिया को जिस तरह से आतिशी शुरुआत मिली थी उससे एक समय यह लग रहा था कि कंगारू टीम 200 के करीब आसानी से पहुंच जाएगी, लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने पारी के मध्य में वापसी की और भारत के खिलाफ हमेशा बढ़िया बल्लेबाजी करने वाले डेविड वार्नर (6) को अश्विन ने सस्ते में आउट करा दिया। उन्होंने आठवें ओवर की पांचवीं गेंद पर एक लपलपाती गेंद फेंकी जिसके लालच में

ऑस्ट्रेलियाई टीम अभी डेविड वार्नर के झटके से उबरी भी नहीं थी कि कप्तान स्टीवन स्मिथ को युवराज सिंह ने अपनी पहली ही गेंद पर धोनी के हाथों कैच आउट करा दिया। स्मिथ इस मैच में सिर्फ 2 रन ही बना पाए। उनका सस्ते में जाना भारत के लिए फायदेमंद साबित हुआ।

लक्ष्य का पीछा करते हुए 50 रन से पहले 3 विकेट गंवाने के बाद टीम इंडिया को एक बार फिर विराट कोहली और युवराज सिंह का साथ मिला। इस साझेदारी के दौरान युवराज के पैर की नस भी खींच गई और कई बार लंगड़ाते भी दिखे, बावजूद इसके दोनों ने चौथे विकेट के लिए 45 रनों जोड़ लिए। इससे भारत के खाते में 14 ओवर में 94 रन जुड़ गए। इस साझेदारी ने जीत की बड़ी उम्मीद भी जगा दी।

युवराज सिंह के लिए यह घरेलू मैदान है और उनसे यहां पर बड़ी पारी की उम्मीद थी सभी को। लेकिन उनकी बल्लेबाजी के दौरान उनके पैर की नस खींच गई और उन्हें रन लेने में काफी दिक्कत होने लगी। 14वें ओवर की अंतिम गेंद पर युवराज का आउट होना भारत के लिए फायदेमंद साबित हुआ क्योंकि उन्हें रन लेने में दिक्कत हो रही थी और उनके जाने के बाद कोहली ने धोनी के साथ तेजी से रन लेने शुरू कर दिए।

टीम इंडिया की रन मशीन विराट कोहली एक बार फिर अपनी टीम के खेवनहार बने। उन्होंने टी-20 अंतरराष्ट्रीय करियर की 15वीं फिफ्टी लगाते हुए लाजवाब पारी खेली और मैदान के चारों ओर रन बनाते हुए भारत को जीत के करीब पहुंचा दिया। टीम को जीत के लिए 18 गेंदों में 39 रन चाहिए थे। 17वां ओवर डालने के लिए जेम्स फॉकनर को गेंद थमाई गई और कोहली ने इस ओवर में लगातार 3 गेंदों पर 14 रन बना लिए। 2 चौके और एक छक्के समेत इस ओवर में भारत ने कुल 19 रन बटोर लिए जिससे टीम को काफी फायदा मिला। भारत ने 20वें ओवर से पहले अंतिम 2 ओवरों में 35 रन बटोरे। युवराज के जाने के बाद विराट कोहली ने कप्तान धोनी के साथ पांचवें विकेट के लिए आतिशी साझेदारी करते हुए टीम को 5 गेंद शेष रहते ही जीत दिला दी। 

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