एक पत्रकार के साथ विवाद करने पर भाजपा ने विधायक प्रणव चैंपियन को किया निलंबित

दिल्ली में एक पत्रकार के साथ विवाद समेत अन्य प्रकरणों का संज्ञान लेते हुए भाजपा नेतृत्व ने आखिरकार खानपुर से पार्टी विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन के खिलाफ अब सख्त रुख अपनाया है। अनुशासनहीनता के आरोप में भाजपा ने विधायक चैंपियन को तीन माह के लिए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया है।

चैंपियन को नोटिस भी जारी किया गया है, जिसका उन्हें 10 दिन के भीतर जवाब देना है।परमार्थ निकेतन स्वर्गाश्रम में भाजपा की दो दिवसीय कार्यसमिति की बैठक से पूर्व शनिवार रात मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद अजय भट्ट और प्रदेश प्रभारी श्याम जाजू की मौजूदगी में हुई प्रांतीय पदाधिकारियों की बैठक के बाद प्रदेश महामंत्री नरेश बंसल ने विधायक चैंपियन के खिलाफ कार्रवाई की जानकारी दी।

उन्होंने कहा कि अनुशासनहीनता के मामले में पार्टी संगठन का रुख पहले से ही स्पष्ट है। उन्होंने बताया कि पिछले दिनों खानपुर से पार्टी विधायक कुंवर प्रणव चैंपियन का दिल्ली में एक पत्रकार के साथ विवाद हो गया था। उन्होंने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने विधायक चैंपियन को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। साथ ही तीन माह के लिए उनकी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता निलंबित कर दी गई है।

जल्द गठित होगी समिति: भट्ट

विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल व दायित्वधारी भगतराम कोठारी के बीच चल रहे विवाद को भाजपा ने गंभीरता से लिया है। प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने बताया कि संगठन में मनमुटाव होता है, मगर अशिष्ट शब्दावली के प्रयोग की इजाजत किसी को भी नहीं है।

विवादों से रहा है चैंपियन का पुराना नाता

खानपुर से भाजपा विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन और विवादों का मानो चोली दामन का साथ है। जब वह कांग्रेस में थे, तब भी लगातार सुर्खियों में रहे और अब जबकि भाजपा में है तो भी विवादों से उनका नाता बराबर बना हुआ है। लोकसभा चुनाव के दौरान विधायक चैंपियन और झबरेड़ा विधायक देशराज कर्णवाल के मध्य छिड़ी जुबानी जंग ने पार्टी को असहज किया तो राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को लेकर की गई उनकी टिप्पणी से पार्टी ने किनारा कर लिया था।

हाल में दिल्ली में एक पत्रकार के साथ विवाद का प्रकरण सामने आने के बाद भाजपा ने भले ही अपने विधायक चैंपियन के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की हो, मगर चैंपियन का विवादों से पुराना नाता है। यह पहली मर्तबा नहीं है, जब वह विवादों में आए। कांग्रेस के शासनकाल में वर्ष 2013 में एक मंत्री के आवास पर पार्टी के दौरान हवाई फायर के मामले में चैंपियन सुर्खियों में रहे थे। 2016 में वह भाजपा में शामिल हो गए।

लोकसभा चुनाव के दौरान विधायक चैंपियन और झबरेड़ा विधायक कर्णवाल के मध्य छिड़ी जुबानी जंग ने तो मर्यादाओं की सीमाएं लांघ दी थी। सरकार और संगठन के हस्तक्षेप से भी मामला शांत नहीं हुआ तो प्रकरण की जांच बैठाई गई। इस मामले में जांच समिति अपनी रिपोर्ट प्रदेश अध्यक्ष को सौंप चुकी है, लेकिन अभी फैसला नहीं हुआ है। इस बीच दिल्ली में पत्रकार के साथ विवाद का उनका वीडियो वायरल हो गया। इसे देखते हुए पार्टी ने उनकी प्राथमिक सदस्यता तीन माह के लिए निलंबित की है। अब देखने वाली बात होगी कि चैंपियन शांत रह पाते हैं अथवा नहीं।

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