एक दिन पहले जो संस्कार के लिए ले जा रहे थे मां की लाश, वही दोनों बेटे निकले कातिल

लुधियाना.मैट्री मोनियल साइट पर लोगों को शादी का झांसा देकर फंसाना, लग्जरी लाइफ जीने का शौक बेटों को जायदाद देना ही अमरजीत कौर की मौत के कारण बन गए। मां के रवैये से दु:खी दोनों सगे भाइयों ने अमरजीत कौर का गला घोंट कर मर्डर कर दिया। मर्डर के बाद दोनों भाइयों के बार-बार बयान बदलने ने शक पैदा हो गया।
एक दिन पहले जो संस्कार के लिए ले जा रहे थे मां की लाश, वही दोनों बेटे निकले कातिल
 
बड़े भाई के दो महीने से मां से मिलने के बयान और सीसीटीवी फुटेज में सोमवार सुबह मां के घर आते हुए दिखने से पुलिस को सुराग मिल गया। सख्ती से पूछताछ करने पर दोनों भाइयों ने कत्ल करना कबूल कर लिया। थाना डिवीजन नंबर 3 पुलिस ने दोनों भाइयों संदीप समरजीत सिंह को गिरफ्तार कर लिया। दोनों भाइयों ने 10 मिनट तक रस्सी से अपनी मां का गला दबाए रखा। मर्डर के बाद पुलिस को गुमराह करने के लिए ही दोनों भाइयों ने मां के गले में रस्सी डाल रसोई के कुंडे के साथ बांध दिया। पुलिस ने आरोपी संदीप का एक्टिवा भी बरामद कर लिया है।
 
बेटे पर कराया था धोखाधड़ी का पर्चा
पति की मौत के बाद जायदाद को लेकर झगड़ा शुरू हो गया। झगड़े के दौरान अमरजीत ने अपने बेटे संदीप के खिलाफ थाना बस्ती जोधेवाल में धोखाधड़ी का मामला दर्ज करवा दिया। उसके बाद अमरजीत के चरित्र को लेकर बेटों के साथ विवाद शुरू हो गया। पैसे के लिए उनकी मां ने जीवनसाथी डॉट कॉम पर लोगों को शादी का झांसा देकर फंसाना शुरू कर दिया। पहले उनके साथ संबंध बनाने के बाद उन्हें रेप के मामले में फंसाने की धमकी देकर मोटी रकम वसूल करती थी। ब्लैक मेल करने को लेकर एक मामला नई दिल्ली के जनकपुरी पुलिस स्टेशन में दर्ज है। उसके अलावा हिमाचल, अंबाला, थाना डिवीजन नंबर 6, जयपुर में मामले दर्ज हैं। शिकायत देने के बाद पैसे लेकर दूसरी पार्टी से समझाैता कर लेती थी। आरोपी समरजीत सिंह ने बताया कि पिछले कुछ समय से अमरजीत एक एनआरआई को फंसा रही थी। वह उससे शादी कर मोटी रकम वसूलने के चक्कर में थी।
 
बार-बार बयान बदलने से दोनों बेटों पर हुआ शक
पुलिस कमिश्नर अारएन ढोके ने बताया कि समरजीत सिंह का बार-बार बयान बदलना, कई बार बुलाने पर भी आरोपी संदीप सिंह का आना, घर में फ्रेंडली एंट्री किसी भी बाहरी व्यक्ति के आने की बात से पुलिस के शक की सुई दोनों भाइयों पर टिकी हुई थी। सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि आरोपी संदीप सोमवार सुबह 7.15 बजे अपनी मां के घर और 7.51 मिनट पर वापस चला गया। संदीप ने बताया कि वह पिछले दो महीने से मां के पास नहीं आया। इसी बात को लेकर पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो दोनों ने सारी कहानी बात दी। आरोपियों ने बताया कि शुरू से ही उनकी मां के किसी के साथ संबध थे। जिसे लेकर उनके पिता हरभजन सिंह के साथ झगड़ा था। पिता की मौत के बाद अमरजीत अपने छोटे बेटे समरजीत को लेकर माधोपुरी में आकर रहने लगी और तीनों बेटियां गगनदीप, नीलम, किरण बड़ा बेटा संदीप सुंदर नगर में रहने लगे।
 
दोनों भाई झगड़े के चलते एक दूसरे से बोलते नहीं थे। दोनों इस बात से दु:खी थे कि मां खुद लग्जरी लाइफ जी रही है और वे दोनों पैसे के लिए तरसते हैं। छोटा बेटा समरजीत घर की पहली मंजिल पर छोटे से कमरे में रहता था। आर्थिक मदद मिलने के कारण उसका भी मां से झगड़ा रहता था। अमरजीत ने समरजीत की पत्नी मुस्कान के खिलाफ चुनरी से गला घोट मारने की कोशिश के आरोप में शिकायत दी थी। दाेनों भाई अपनी नानी के भाेग पर इक्ट्ठे हुए तो उन्होंने दु:खी होकर मां का मर्डर करने की योजना बनाई, ताकि जायदाद उन्हें मिल सके।
 
कार की किश्त देने के लिए शनिवार को अमरजीत ने संदीप को फोन किया तो उसने सोमवार सुबह का समय दे दिया। घर जाने का मौका मिलने की बात उसने समरजीत को बताई। प्लानिंग के अनुसार वह सोमवार सुबह मां के पास गया और समरजीत भी नीचे गया। फिर दोनों मां से झगड़ा खत्म करने की बात करते रहे। कुछ देर बाद संदीप ने मां से चाय बनाने के लिए कहा। जैसे ही वह रसोई में गई तो संदीप ने घर में पड़ी रस्सी उठाई और उसके गले में डाल दी। समरजीत ने उसके बाजू पकड़ लिए। वारदात कर संदीप लौट गया और समरजीत अपनी पत्नी के पास पहली मंजिल पर चला गया।
 
 
 
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