इन वादों के साथ, उन्नाव पीड़िता का हुआ अंतिम संस्कार

उन्नाव रेप पीड़िता का अंतिम संस्कार उसके गांव हिंदूपुर में किया जा रहा है. इससे पहले लखनऊ संभाग आयुक्त मुकेश मेशराम और पुलिस के कई आला अधिकारियों ने पीड़ित परिवार से बात की और उन्हें अंतिम संस्कार के लिए राजी किया. लड़की के परिजनों की मांग थी कि जब तक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उनके घर नहीं आते, शव का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा.

पीड़ित परिवार को चौबीसों घंटे सुरक्षा

मेशराम ने संवाददाताओं को बताया कि पीड़िता के परिवार को चौबीसों घंटे सुरक्षा दी जाएगी. साथ ही प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत एक पक्का मकान दिया जाएगा. पुलिस कमिश्नर मेशराम ने कहा, पीड़ित परिवार को 25 लाख रुपये दिए गए हैं. पीड़ित लड़की की बहन को सरकारी नौकरी दी जाएगी. आवास योजना के तहत परिवार को मकान दिया जाएगा और मौजूदा मकान को पक्का किया जाएगा. लड़की की बहन को पुलिस सुरक्षा दी जाएगी. घर पर भी सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाएंगे.  

पीएसी के साये में अंतिम संस्कार

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बता दें, पीड़ित परिवार के परिजन पीड़िता के पैतृक गांव पहुंच गए हैं और रेप पीड़िता के शव को पुलिस और प्रांतीय सशस्त्र बल (पीएसी) की भारी तैनाती के बीच दफनाया जा रहा है. समाजवादी पार्टी के नेता भी पीड़िता के गांव में मौजूद हैं. अंतिम संस्कार के बाद जिला मुख्यालय पर सांत्वना सभा आयोजित की गई है जिसमें सपा नेता-कार्यकर्ता और गांव के लोग शामिल होंगे. मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य भी रविवार को पीड़िता के घर पहुंचे और आरोपियों को कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिलाया.

कड़ी कार्रवाई का भरोसा

अंतिम संस्कार से पहले रेप पीड़िता की बहन ने मांग उठाई थी कि जब तक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उसके घर का दौरा नहीं करेंगे, पीड़िता का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा. हालांकि बाद में पुलिस-प्रशासन ने लड़की के परिवार से बात की और अंतिम संस्कार के लिए राजी किया. प्रशासन की ओर से आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन दिए जाने के बाद अंतिम संस्कार की प्रक्रिया शुरू की गई.  

गांव में फायर टेंडर मौजूद

इससे पहले रविवार सुबह पीड़िता के पिता ने कहा कि वह चाहते हैं कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दफन प्रक्रिया शुरू होने से पहले उनसे मिलें. इसके बाद शनिवार से गांव में तैनात वरिष्ठ अधिकारियों ने परिवार को समझाया कि उनकी सभी मांगें पूरी की जाएंगी और उन्हें दफनाने में देरी नहीं करनी चाहिए.

मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने पहले ही परिवार के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 25 लाख रुपये और एक घर का मुआवजा देने की घोषणा की है. उन्होंने यह भी घोषणा की है कि इस मामले को सुलझाने के लिए एक फास्ट ट्रैक कोर्ट बनाया जाएगा और जल्द सुनवाई की जाएगी. दो राज्य मंत्रियों के मृतका के अंतिम संस्कार के दौरान मौजूद रहने का आश्वासन दिया गया. इस बीच आसपास के चार जिलों से अतिरिक्त बलों को गांव में तैनात किया गया और क्षेत्र में फायर टेंडर भी तैनात किए गए हैं.

बता दें, गुरुवार (5 दिसंबर, 2019) को पीड़ित युवती दुष्कर्म के मामले में पैरोकारी के लिए रायबरेली जा रही थी. तभी कुछ लोगों ने उसपर पेट्रोल डालकर आग के हवाले कर दिया. दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में शुक्रवार रात 11.40 बजे उसकी मौत हो गई. पीड़िता के शव को शनिवार रात उसके गांव हिंदूपुर लाया गया.

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