इंदिरा गाँधी के 2 बेटे नही बल्कि 3 बेटे थे, तीसरा वाला राजनीति से दूर आज करता है यह काम…

इस देश में गाँधी परिवार एक ऐसा परिवार है जिसके बारे में पूरा देश जानता है लेकिन आज हम आपको गाँधी परिवार के बारे में एक ऐसी बात बताने जा रहे हैं जिसे  जिसे शायद आप नहीं जानते होंगे ,अगर आपको ये पता चले की इंदिरा गाँधी के २ बेटे नहीं बल्कि ३ थे तो शायद आप एक बार सोच में पद जायेंगे लेकिन आपको यह बता दे की इंदिरा जी ने अमिताभ बच्चन को अपने बेटे की तरह माना था |

इंदिरा गाँधी के परिवार में और अमिताभ बच्चन के परिवार में काफी मधुरता थी ,इंदिरा गाँधी के बेटे राजीव गाँधी और अमिताभ बच्चन में अच्छी दोस्ती से उस हिसाब से ये अमिताभ को ही उतना प्यार करती थी जितना अपने बेटे राजीव को | यहाँ तक की जब राजीव इंग्लैण्ड में अपनी पढाई पूरी कर रहे थे तब वो अपनी माँ इंदिरा गाँधी को चिट्ठी लिखते थे तो वह चिट्ठी अमिताब के घर पे पहुचाते थे | यहाँ तक की राजीव गाँधी की शादी भी अमिताभ बच्चन के घर पे हुई थी |

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जब इंदिरा गाँधी बीमार पड़ी थी उस समय मुसीबत के समय राजीव घर पे नहीं थे तब अमिताब बच्चन के परिवार ने ही इंदिरा को सहारा दिया था | इसके बाद १३ अक्टूबर १९८४ को जब इंदिरा गांधी की मौत हुई तब दोनों परिवार शोक में थे इसके बाद अमिताभ बच्चन ने राजीव गाँधी को चुनाव लड़ने की सलाह दी जिसके बाद राजीव चुनाव जीते भी थे |

 

आपको बता दे की फ़ोर्ब्स घोटाले के बाद अमिताब बच्चन ने अपना स्तीफा लोकसभा से दे दिया था क्योकि इसमें अमिताभ की बहुत जादा बदनामी हो रही थी | इस घटना के बाद राजीव और अमिताभ की दोस्ती टूट गयी इसके बाद अमिताभ ने यह कहा था की राजनीती ऐसी चीज है की यहाँ बड़े से बड़े रिश्ते टूट जाते हैं |

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