आरोपियों को बचाने के लिए ऐसा ही करते हो

मुंबई।बॉम्बे हाईकोर्ट ने महानगर की भायखला जेल में कैदी मंजूला शेट्ये की मौत के मामले में जेल प्रशासन व पुलिसवालों को कड़ी फटकार लगाई है। मामले की जांच की दिशा व तौर तरीके से नाखुश हाईकोर्ट ने कहा कि ऐसा लगता है किसी को बचाने का प्रयास किया जा रहा है।अदालत ने कहा कि पुलिस ने शेट्ये की मौत को हादसे में हुई मौत दर्शाने के लिए कोई कसर नहीं बाकी रखी है।
आरोपियों को बचाने के लिए ऐसा ही करते हो
 
-मामले की जांच को लेकर पुलिस की लापरवाही साफ नजर आ रही है। जिसे व्यक्त करने के लिए हमारे पास शब्द नहीं है।
-अदालत ने जेल प्रशासन को ताकीद करते हुए कहा कि वह न्यायालय को गुमराह करने की कोशिश न करे।
-बीते 23 जून को शेट्ये की जेल में मौत हो गई थी। जेल के कैदियों ने दावा किया था कि शेट्ये की मौत जेल अधिकारियों की पिटाई से हुई है। 
-न्यायमूर्ति आरएम सावंत व न्यायमूर्ति साधना जाधव की खंडपीठ ने इससे पहले मामले को लेकर दिए गए हलफनामे पर हैरानी जाहिर की।
-जिसमें कहा गया था कि शेट्ये को जुलाब हो रहा था इसलिए उसे अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया था।
 
‘इंदू सरकार’ के प्रदर्शन का रास्ता साफ, याचिका खारिज
-आपातकाल पर बनी विवादित फिल्म ‘इंदु सरकार’ के प्रदर्शन का रास्ता साफ हो गया है। सोमवार को बॉम्बे हाईकोर्ट ने फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगाने की मांग को लेकर देश के पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के बेटे संजय गांधी की जैविक बेटी होने का दावा करनेवाली प्रियंका पॉल की ओर से दायर याचिका को खारिज कर दिया है।
-न्यायमूर्ति अनूप मोहता व न्यायमूर्ति अनूजा प्रभुदेसाई की खंडपीठ ने कहा कि याचिकाकर्ता खुद को जिसकी (संजय) बेटी बता रही है, उसके रिश्तेदार व उत्तराधिकारी मौजूद है। यदि फिल्म में कुछ आपत्तिजनक होगा तो वे खुद सामने आएंगे। खंडपीठ ने कहा कि यह अभी तक तय नहीं हुआ है कि याचिकाकर्ता संजय की बेटी है की नहीं।
-अभी भी उनका अस्तित्व संभावित बेटी का बना हुआ है। फिल्म निर्माता ने फिल्म के डिस्क्लेमर में साफ किया है कि फिल्म के सारे पात्र काल्पनिक है। इसके मद्देनजर हमें याचिका में फिल्म पर रोक लगाने का कोई आधार नजर नहीं अाता है। इसलिए याचिका को खारिज किया जाता है।
-इससे पहले याचिकाकर्ता की ओर से पैरवी कर रहे वकील तनवीर निजाम ने कहा कि फिल्म के संवाद के जरिए उनकी मुवक्किल के जैविक पिता संजय गांधी की छवि मलिन करने का प्रयास किया गया है।
मोहर्रम जुलूस में खुद को जख्मी नहीं करेंगे नाबालिग बच्चे
-मोहर्रम के जुलूस में नाबालिग बच्चों को शामिल होने से रोका जाएगा।
-मुस्लिम समुदाय के धार्मिक नेताओं ने पुलिस को यह आश्वासन दिया है।
-सोमवार को सरकारी वकील प्रजाक्ता शिंदे ने पुलिस अधिकारियों और मुस्लिम धर्म गुरुओं के बीच हुई बैठक से जुड़े दस्तावेज के जरिए बाॅम्बे हाईकोर्ट को यह जानकारी दी।
-इस पर अदालत ने कहा कि पुलिस इस आश्वासन के तहत जुलूस पर निगरानी रखे।
 
 
 
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