आंकड़ों से खिलवाड़, मिहान में नहीं चालू हुईं 30 फीसदी कंपनियां

नागपुर. मिहान को विकास की राह के लिए मील का पत्थर माना गया था। सपने, दिवास्वप्न बनते चले गए। भूमि अधिग्रहण से लेकर तमाम मुद्दों पर आरोप-प्रत्यारोप होते रहे। इस बीच, राज्य सरकार ने विधानसभा में कहा कि मिहान की 30 फीसदी कंपनियां चालू हैं, जबकि सच्चाई कुछ और ही है। दैनिक भास्कर की ग्राउंड रियलिटी रिपोर्ट इसकी पुष्टि भी कर रही है।
आंकड़ों से खिलवाड़, मिहान में नहीं चालू हुईं 30 फीसदी कंपनियां
 
– दरअसल, दावे में अपार्टमेंट, स्कूल व कॉलेजों को कंपनियों के रूप में शामिल कर लिया गया है। और तो और सिर्फ बाउंड्रीवाल बनने पर उसे भी चालू कंपनी की सूची में शामिल कर लिया गया। – हैरानी यह भी है कि जिन प्रोजेक्ट में प्रोडक्शन चालू होने की बात कही जा रही है, उसमें से कई में आज भी कंस्ट्रक्शन्स का काम चल रहा है। सरकार का दावा.

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– मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने मुंबई में आयोजित विधानसभा में कहा था कि मिहान में 30 फीसदी कंपनियां चालू हो गई हैं। 71 कंपनियों को जगह दी गई है, जिसमें से 21 कंपनियां चालू हैं।

 
क्या है सच्चाई
– मिहान के नागपुर कार्यालय में अाधिकारिक आंकड़े नहीं उपलब्ध हैं। आंकड़े मांगने पर पहले बताया गया कि 31 कंपनियां चालू हैं।
– इसके बाद कंपनियों की संख्या कम-ज्यादा होती गई। कई कंपनियों की 2 यूनिट चालू होना बताया गया।
 
इन्फोसिस में बनी सिर्फ बाउंड्रीवाल
– सॉफ्टवेयर कंपनी इन्फोसिस को ऑपरेशनल कंपनियों की सूची में शामिल किया गया है, जबकि अभी तक इस कंपनी की सिर्फ बाउंड्रीवाल और कुछ कंट्रक्शन का काम हुआ है।
– सुरक्षाकर्मियों के अलावा अभी वहां कोई कर्मचारी नहीं आए हैं।
 
गजब… सीएफबी में ऑफिस को
बना दिया कंपनी
– एडीसीसी एक सॉफ्टवेयर कंपनी है, जिसने मिहान में जगह ले रखी है। वह प्लाॅट अब भी पड़ा हुआ है, हां उसका ऑफिस सीएफबी मिहान में है।
– मिहान की ऑपरेशनल कंपनियों में उसका भी नाम शामिल किया गया है।
कंपनियों की सूची में अपार्टमेंट भी शामिल
– मिहान में प्रवेश के बाईं ओर मोराज रेजिडेंसी, महेन्द्रा रेजिडेंसी का निर्माण कार्य चल रहा है।
– इनके पूरे होने में अभी काफी समय लगने वाला है जबकि मिहान ने अपनी सूची में इन्हें ऑपरेशनल सूची में दिखाया है।
 
स्कूल-कॉलेज भी कंपनी में शामिल
– हैरानी की बात तो यह है कि स्कूल-कॉलेजों को भी कंपनी की सूची में शामिल गया है। उनमें से एक है डी.वाई.पाटिल स्कूल।
– यहां करीब 150 से 200 बच्चे पढ़ते हैं। यह दिन की एक शिफ्ट में ही चलता है।
 
अभिजीत पॉवर प्रोजेक्ट भी पड़ा बंद
– मिहान में अभिजीत पॉवर प्रोजेक्ट भी पिछले काफी समय से बंद पड़ा हुआ है।
– पहले वह मिहान को विद्युत की सप्लाई करता था, लेकिन अब एसएनडीएल द्वारा सप्लाई की जाती है।
 
लूपिन का काम भी अभी कमर्शियल नहीं हुआ
– दवा बनाने वाली कंपनी लूपिन को खुले हुए कई साल हो चुके हैं, यहां प्रोडक्शन का काम भी चालू हो गया है, लेकिन एफडीए की अनुमति न मिलने के कारण दवाओं का उपयोग सिर्फ सैम्पल के िलए किया जा रहा है, अभी उसका कमर्शियल उपयोग नहीं किया जा रहा है।
 
ऐसा नहीं होना चाहिए
जो कंपनियां शुरू हैं, उनकी ही सूची मिलनी चाहिए। आपके पास सूची में शामिल नामों को देखने के बाद ही समझा जा सकता है कि आखिर उन कंपनियों की स्थिति क्या है। एक-दो बार सूची अपडेट न होने से असमंजस की स्थिति होती है।
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