असम से वापस बुलाए गए 10000 अर्द्धसैनिक बल के जवान, जानें क्यों..

असम में 31 अगस्त को एनआरसी की आखिरी सूची जारी की गई। जिसमें करीब 19 लाख लोगों को जगह नहीं मिला। सरकार ने इसको लेकर वहां भारी सुरक्षा- व्यवस्था का बंदोबस्त करते हुए बड़ी संख्या में जवान तैनात किए थे। हालात को बेहतर देख सरकार ने अद्धैसैनिक बल के 10,000 कर्मियों को वापस बुला लिया है। अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि एनआरसी के बाद से असम में कोई हिंसा नहीं हुई, जिसके चलते यह फैसला लिया गया है।

पूर्वोत्तर राज्य में वैध भारतीय नागरिकों की पुष्टि करने वाले एनआरसी का अंतिम मसौदा 31 अगस्त को प्रकाशित हुआ। एनआरसी की अद्यतन सूची में 19 लाख आवेदकों के नाम शामिल नहीं किए गए। अधिकारियों ने कहा कि असम में शांति बने रहने के कारण शुक्रवार को गृह मंत्रालय ने राज्य में स्थिति की समीक्षा की। समीक्षा के बाद अर्द्धसैनिक बलों की 100 टुकड़ियों को तुरंत प्रभाव से वापस बुलाने का फैसला लिया गया।

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अर्द्धसैनिक बलों की 100 टुकड़ियों में से 50 बीएसएफ, 10 सीआरपीएफ, 16 आईटीबीपी और 24 एसएसबी की हैं। बल की एक टुकड़ी में करीब 100 जवान होते हैं। एक अन्य अधिकारी ने कहा कि बलों को असम में तैनाती से पूर्व अपने संबंधित शिविरों पर लौटने के निर्देश दिए गए हैं। बता दें कि इस मुद्दे को लेकर बीजेपी में खूद आमराय नहीं है। इस सूची में बड़े पैमाने पर हिंदुओं के बाहर होने के बाद बीजेपी के लिए समस्या खड़ी हो गयी है।

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