अरहर का बंपर उत्पादन, सरकार ने किया खरीदने से इंकार
नाफेड यानी नेशनल एग्रीकल्चर कोआपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया ने
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22 अप्रैल से महाराष्ट्र में अपने 316 अरहर खरीद केंद्र को बंद कर दिया है। जिसकी वजह से हज़ारों किसानों की लाखों क्विंटल अरहर नेफेड के दर पर पड़ी है, कोई खरीददार नहीं है।
महाराष्ट्र में इस बार अरहर का बंपर उत्पादन हुआ। सरकार ने वादा किया था कि 22 अप्रैल तक जो भी अरहर दाल खरीद केंद्र के बाहर होगी, उसे खरीदा जाएगा। लेकिन हालात ये है कि किसानों की अरहर से लदी गाड़िया मार्केट कमिटी के गेट पर खड़ीं हैं और सरकार खरीद नहीं रही है।
कौन से मार्किट कमिटी के यहां कितना अरहर बचा है…
-अमरावती कब अचलपुर बाज़ार समिति ने 40 हज़ार क्विंटल अरहर खरीदी और 25 हज़ार क्विंटल अरहर बिना खरीद के पड़ी है।
– सोलापुर के माढ़ा मार्किट कमिटी में 19 हज़ार 700 क्विंटल अरहर की खरीद हुई है और 5 हज़ार क्विंटल अरहर बिना खरीद के पड़ी है।
– लातूर जिले के चाकूर एयर जलकोट मार्किट कमिटी में 75 हज़ार क्विंटल अरहर की खरीद हुई है तो 20 हज़ार क्विंटल अरहर बिना खरीद के पड़ी हुई है।
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– उस्मानाबाद मार्किट कमिटी में 32 हज़ार क्विंटल अरहर खरीदी गयी है वहीं 1 लाख क्विंटल अरहर बिना खरीद के पड़ी हुई है।
– अहमदनगर के मार्किट कमिटी में 2 लाख 7 हज़ार क्विंटल अरहर खरीदी गई लेकिन 25 हज़ार क्विंटल अरहर बिना खरीद के पड़ी हुई है।