फतेहपुर: पति ने अपनी ही पत्नी की कुल्हाड़ी से काटकर ली जान
Fatehpur Wife Murder : शहर के अहमदपुर वार्ड के एक मजरे में शनिवार की रात पति ने पत्नी को कुल्हाड़ी से काटकर मौत के घाट उतार दिया। सुबह जब पुलिस ने पूछताछ की तो उसने कहा- साहब, पत्नी के किसी से नाजायज संबंध का शक था और इस वजह से उसे रातों नींद नहीं आती थी। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त रंक्तरंजित कुल्हाड़ी बरामद की है और फारेंसिक टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य संकलित किए हैं।
बीस साल पहले मलवां के गांव से आ गया था शहर
मलवां क्षेत्र के गांव के रहने वाला रामविशाल रैदास राजमिस्त्री है और पिछले बीस साल से सदर कोतवाली क्षेत्र के गांव में रह रहा है। उसके परिवार में पत्नी और तीन पुत्र हैं, जिनके साथ मजदूरी करके जीविकापार्जन करता था। शनिवार देर रात वह, पत्नी व पुत्र अलग-अलग चारपाई में कमरे के बाहर छप्पर के नीचे सो रहे थे।
पत्नी ने दी थी चादर और बंद किया था पंखा
मध्यरात्रि करीब साढ़े 12 बजे के बाद रामविशाल को ठंड लगी तो उसने पत्नी को नींद से जगाकर चादर मांगा। पत्नी ने पंखा बंद करके उसे चद्दर दी लेकिन नींद न आने पर वह घर के बाहर टहलने लगा। पत्नी ने उससे कहा कि परेशान न हो लेट जाओ, कुछ देर में नींद आ जाएगी।
कुल्हाड़ी उठाई और काट दी पत्नी की गर्दन
इसके कुछ देर बाद रामविशाल चारपाई पर बैठ गया और पास रखी कुल्हाड़ी उठाकर पत्नी के गर्दन के पीछे तीन-चार प्रहार करके मौत के घाट उतार दिया। चीख सुनकर दूसरे नंबर का बेटा जाग गया और मां को खून से लथपथ देखकर सहम गया। रविवार तड़के गांव वालों को घटना की जानकारी हुई और सूचना देकर पुलिस को बुलाया गया।
पुलिस के आने तक चारपाई पर बैठा रहा पति
पुलिस के आने तक रामविशाल रैदास घर पर पत्नी के शव के पास बैठा रहा। गांव आई पुलिस ने उसे गिरफ्तार करके हत्या में प्रयुक्त खून से सनी कुल्हाड़ी बरामद कर ली। कोतवाली इंस्पेक्टर अमित कुमार मिश्र ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर हत्यारोपित पति से पूछताछ की जा रही है।
नाजायज संबध के शक में पत्नी का किया कत्ल
बीते करीब सवा माह से रामविशाल को रात में नींद नहीं आ रही थी और वह उलझन में रहता था। सीओ सिटी वीर सिंह ने बताया कि पूछताछ में रामविशाल ने पत्नी की हत्या स्वीकार की है। उसने बताया कि सवा महीने से पत्नी पर शक था कि उसका किसी से नाजायज संबध हैं। ऐसा उसके हाव भाव से ऐसा प्रतीत होता था। इसी वजह से उसे रातों नींद नहीं आती थी।