5 लाख से ज्यादा लोग, 250 ट्रेनें रोज! भारत का ये रेलवे स्टेशन 25 साल से वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए हुए है

अगर आप ट्रेन से सफर करते हैं, तो आपको रेलवे स्टेशनों की भीड़-भाड़ और वहाँ के सिग्नलिंग सिस्टम का अंदाजा होगा. भारत में रेलवे सबसे सस्ता और आरामदायक यात्रा साधन है. हर दिन लाखों लोग ट्रेन से यात्रा करते हैं, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इतने सारे ट्रेनों को एक साथ कैसे संभाला जाता है? इसके पीछे एक जबरदस्त तकनीक काम करती है, जिसे रूट रिले इंटरलॉकिंग सिस्टम कहते हैं. नई दिल्ली रेलवे स्टेशन इस मामले में पूरी दुनिया में सबसे आगे है.

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन का वर्ल्ड रिकॉर्ड
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन ने दुनिया का सबसे बड़ा रूट रिले इंटरलॉकिंग सिस्टम बनाया हुआ है. यह रिकॉर्ड 1999 से आज तक बना हुआ है और अभी तक कोई इसे तोड़ नहीं पाया है. इस स्टेशन पर 11,000 से ज्यादा रिले लगे हुए हैं, जो 1,122 अलग-अलग सिग्नल मूवमेंट को संभालते हैं. यह सिस्टम यह सुनिश्चित करता है कि कोई भी ट्रेन गलत ट्रैक पर न जाए और कोई दुर्घटना न हो. गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में यह स्टेशन अपनी इस खासियत के लिए दर्ज है.

पुराने दिल्ली स्टेशन से नई दिल्ली तक का सफर
आज से करीब 70 साल पहले, दिल्ली का मुख्य रेलवे स्टेशन पुरानी दिल्ली हुआ करता था. लेकिन जैसे-जैसे ट्रेनें बढ़ने लगीं, यात्रियों की भीड़ भी बढ़ने लगी. इसी वजह से 1956 में नई दिल्ली रेलवे स्टेशन बनाया गया. उस समय यहाँ सिर्फ एक ही प्लेटफॉर्म था. यह भारत का पहला स्टेशन था, जहाँ सभी यात्रियों के लिए एक जैसा प्रवेश और निकास गेट रखा गया था. पहले के समय में सिर्फ बड़े लोग ही ट्रेन से यात्रा कर सकते थे, लेकिन इस स्टेशन ने आम जनता के लिए यात्रा को और आसान बना दिया.

हर दिन लाखों लोग यहाँ से सफर करते हैं!
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन भारत के सबसे व्यस्त रेलवे स्टेशनों में से एक है. यहाँ हर दिन 5 लाख से ज्यादा यात्री आते-जाते हैं और त्योहारों के समय यह संख्या 6 लाख तक पहुँच जाती है. यहाँ 250 से ज्यादा ट्रेनें रोज़ आती-जाती हैं. इस स्टेशन की वजह से लाखों लोग अपने घर और काम की जगह आसानी से पहुँच पाते हैं.

Back to top button