होलिका दहन के बहाने मायावती का बाराबंकी वासियों ने क्या घोर अपमान
बाराबंकी। पूरे देश में होली से पहले होलिका जलाई गई। पौराणिक मान्यता के मुताबिक बुआ होलिका अपने भतीजे भक्त प्रह्लाद को आग में भस्म करने लिए अग्नि में बैठी थी, जिसमें भतीजा प्रह्लाद तो सकुशल बच जाता है मगर उसे लेकर बैठने वाली बुआ होलिका भस्म हो जाती है। बाराबंकी में भाजपा समर्थकों ने जो होलिका जलाई उसमें राजनीतिक बुआ-भतीजे की जोड़ी मतलब गठबंधन करने वाली मायावती और अखिलेश की फोटो जलाई गई।
होलिका दहन का आयोजन करने आये भाजपा समर्थक राम बाबू द्विवेदी ने बताया कि होलिका दहन का त्योहार तो प्राचीनकाल से चला आ रहा है। इस त्योहार की मान्यता है कि आज के दिन एक बुआ अपने भतीजे को लेकर आग में बैठी थीं, जिसमें कुटिल बुआ तो भस्म हो गई थीं और सदाचारी भक्त भतीजा सकुशल आग से बच गया था। आज हमने उन्हीं मान्यताओ का ध्यान में रखकर बुआ और भतीजे दोनों को भस्म किया है। इस बुआ-भतीजे की जोड़ी ने बारी-बारी से प्रदेश को लूटने का काम किया है।
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होलिका दहन करने आये मुकेश ने बताया कि होलिका में आधुनिक बुआ-भतीजे का प्रतीकात्मक दहन इस बात का संकेत है कि जनता अब इन दोनों के बहकावे में नहीं आने वाली। अबकी बार फिर एक बार मोदी सरकार को सत्ता में वापस लाने का काम करेगी।