सस्ते के चक्कर में रास्ते में न लुटाएं घर!
लखनऊ: जब भी हम देश के एक हिस्से से दूसरे हिस्से में रहने के लिए घर बदलते हैं या अपना कोई आॅफिस शिफ्ट करते हैं तो हमें अपने सामान को भिजवाने के लिए रिलोकेशन इंडस्ट्री की जरुरत पड़ती है। पिछले दिनों इस इंडस्ट्री में कई सारे फ्राॅड और सेवाओं में गड़बड़ी की शिकायतें भी अखबारों में छपती रही हैं और ग्राहकों को इस इंडस्ट्री के लोगों से बहुत शिकायतें रहती हैं। इस इंडस्ट्री के हालात सुधारने के लिए मूवर्स फेडरेशन आॅफ इंडिया यानी एम0एफ0आई0 के नाम से एक संगठन की शुरूआत की गई है, जिसमें देश भर के विभिन्न शहरों के अनुभवी ट्रांस्पोर्टर, मूवर्स को जोड़ा गया है। बैंगलोर के अजित शर्मा की अगुआई में इस संगठन को बनाया गया है।
25 मार्च को लखनऊ के इंडिया अवध होटल में हुए दो दिवसीय कार्यक्रम में इस फेडरेशन की बैठक हुई जिसमें ग्राहकों को समयबद्ध डिलीवरी पर सामान पहुंचाने, उनके कीमती और व्यक्तिगत समान की बेहतर देखभाल, उसके इंश्योरेंस और ग्राहकों की शिकायतों को समाप्त करने के उपायों पर विचार किया गया। फेडरेशन के सदस्यों के आपसी जुड़ाव और मिलकर काम करने पर बल देते हुए सदस्यों ने गलत काम करने वाले कंपनी मालिकों पर कठोर कार्यवाही करने की भी मांग उठाई। ग्राहकों द्वारा इंडस्ट्री से काम की क्वालिटी में कमी को लेकर व्याप्त सभी शिकायतों को दूर करने पर फेडरेशन ने गंभीरता से विचार किया। फेडरेशन ने ग्राहकों से भी अपील की है कि सस्ते के लालच में आकर किसी भी अंजान कंपनी को अपने घर का सामान न दें और कंपनी की पूरी जांच पड़ताल करने के बाद ही उस पर विश्वास करें।
जाने माने सोशल मीडिया एक्सपर्ट व सह संस्थापक सदस्य अनूप मिश्रा ने बताया कि ’’फेडरेशन के अनुसार एम0एफ0आई को पूरी दुनिया में एक विश्वसनीय ब्रांड के रुप में स्थापित करने की योजना है। रिलोकेशन इंडस्ट्री में सेवाओं के स्तर को सुधारने के लिए टक्नोलाॅजी की मदद ली जाएगी ताकि ग्राहकों की शिकायतों को दूर किया जा सके’’।
फेडरेशन के मंच से देश के विभिन्न हिस्सों से आए अन्य सह संस्थापकों में अनुज शर्मा, जितिन गुलाटी, रमेंश झंगड़ा, अमित मिश्रा और आलोक भार्गव ने फेडरेशन की बेहतर कार्यप्रणाली और संगठनात्मक वृद्धि पे अपने अपने विचार व्यक्त करने के साथ फेडरेशन ने सरकार से भी करोड़ों लोगों को रोजगार मुहैया कराने वाली इस इंडस्ट्री की सुध लेने की अपील की है। फेडरेशन की मांग है कि रिलोकेशन कंपनियों को सरल प्रक्रिया के तहत लाइसेंस उपलब्ध कराये जाएं और सरकार इस इंडस्ट्री के लिए कोई ऐसी बाॅडी बनाए जो इससे जुड़ें सभी लोगों के हित के लिए काम कर सके। फेडरेशन ने सरकार को रिलोकेशन इंडस्ट्री के हालात सुधारने के काम में हम प्रकार के सहयोग का आश्वासन दिया है।